‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर बार बार विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बयान पर उठाने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी घिरते जा रहे हैं। अब भाजपा ने उन पर तंज कसा है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि राहुल पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। वे यह क्यों नहीं पूछ रहे कि हमने पाकिस्तान के कितने फाइटर जेट मार गिराए। राहुल यह भी बताएं कि उन्होंने ऐसे सफल ऑपरेशन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई क्यों नहीं दी। ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब उस पर राजनीतिक बयानबाजी जोड़ पकड़ने लगी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर की एक टिप्पणी पर सवाल उठाते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार पर नए आरोप लगाए गए हैं। राहुल गांधी ने कहा है कि हमारे हमले से पहले पाकिस्तान को इसकी जानकारी देना एक अपराध था। राहुल गांधी ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया। राहुल ने सवाल किया है कि ऐसा करने के लिए किसने अधिकृत किया और इसके कारण हमारी वायुसेना ने कितने विमान खो दिए? भाजपा ने लगातार दूसरे दिन राहुल पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘यह आश्चर्य की बात नहीं है कि राहुल गांधी पाकिस्तान और उसके हितैषियों की भाषा बोल रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर के लिए बधाई तक नहीं दी। ऑपरेशन स्पष्ट रूप से भारत की ताकत को दर्शाता है। इसके बजाय वे बार-बार पूछते हैं कि हमने कितने जेट खो दिए। एक सवाल जो पहले ही DGMO ब्रीफिंग में भी उठाया जा चुका है। मजे की बात यह है कि उन्होंने एक बार भी यह नहीं पूछा कि संघर्ष के दौरान कितने पाकिस्तानी जेट मार गिराए गए या भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तानी एयरबेस पर बमबारी के दौरान कितने विमान अपने हैंगर में खड़े रहते हुए नष्ट हो गए। राहुल गांधी के लिए आगे क्या है? निशान-ए-पाकिस्तान? दिल्ली में होंडुरास दूतावास के उद्घाटन के बाद गुरुवार को पत्रकारों से बात हुए जयशंकर ने कहा था, ‘यह स्पष्ट है कि कौन गोलीबारी बंद करना चाहता था। हमने आतंकवादी ढांचे को नष्ट करके जो लक्ष्य निर्धारित किए थे, उन्हें हासिल कर लिया है। चूंकि प्रमुख लक्ष्य हासिल कर लिए गए थे, इसलिए मुझे लगता है कि हमने उचित रूप से यह रुख अपनाया, क्योंकि ऑपरेशन की शुरुआत में ही हमने पाकिस्तान को यह संदेश भेज दिया था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं, न कि सेना पर और सेना के पास यह विकल्प है कि वह खड़ी रहे और हस्तक्षेप न करे।’