लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार के प्रमुख नेताओं पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लालू यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, “लालू यादव बताए कि मैंने क्या झूठ बोला है? विपक्ष का आदत बन गया है आरोप लगाना और फिर भाग जाना, लेकिन जनता सब देख रही है और उसी आधार पर फैसले करती है।” दिल्ली में हुए चुनावों का जिक्र करते हुए चिराग ने कहा, “दिल्ली में एक मुख्यमंत्री थे जिन्होंने बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन जनता ने उन्हें 10 साल बाद सत्ता से बाहर कर दिया। यही लोकतंत्र की ताकत है, और अगर कोई झूठ बोलता है, तो जनता अगले चुनाव में उसका जवाब देती है।” चिराग ने लालू यादव के ईवीएम बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर ईवीएम 90 के दशक में होती, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता। इसके बाद लालू यादव का दल कभी अकेले बहुमत में नहीं आ सका और हमेशा गठबंधन के सहारे सत्ता में आया।”नीतीश कुमार को ‘लाडला मुख्यमंत्री’ कहे जाने पर चिराग ने कहा, “जब विपक्ष के पास मुद्दा नहीं होता, तो वे व्यक्तिगत आरोपों में उतर आते हैं। यह राजनीति का गलत तरीका है। मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर भ्रम फैलाना और झूठी बातें करना विपक्ष की बौखलाहट को दर्शाता है।”चिराग ने नीतीश कुमार के बेटे की राजनीति में एंट्री को लेकर कहा, “यह एक व्यक्ति विशेष का निर्णय है, लेकिन मेरी समझ से परे है कि बाकी लोग क्यों उत्साहित हो रहे हैं। यदि वह राजनीति में आते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे।”चिराग पासवान ने राष्ट्रपति के बिहार दौरे पर भी टिप्पणी की और कहा, “मैं बिहारवासियों की ओर से महामहिम राष्ट्रपति का स्वागत करता हूँ। चिराग पासवान के इन बयानों ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है, और उनके सटीक तर्कों ने विपक्ष को जवाब देने के लिए मजबूर कर दिया है।