मुंगेर: भारत सरकार के केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर मुंगेर पहुंचे। इस दौरान एशिया के प्रसिद्ध रेल इंजन कारखाना के ईरमि सभागार में उन्होंने घोषणा की कि 350 करोड़ रुपये की लागत से जमालपुर कारखाना का कायाकल्प किया जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार सरकार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह कारखाना भारत का सबसे पुराना कारखाना रहा है। इसके विकास को लेकर जो भी कार्य हैं, उन्हें जल्दी धरातल पर उतारा जाएगा। उन्होंने बताया कि जमालपुर रेल कारखाना के विकास के लिए रूपरेखा तैयार कर ली गई है। 350 करोड़ रुपये की लागत से जमालपुर कारखाना का विकास होगा। वैष्णव ने बिहार के जमालपुर में रेलवे की आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उन्नत प्रौद्योगिकी के विकास के साथ रेलवे वंदे भारत और नमो भारत जैसी नई ट्रेनों के निर्माण में आत्मनिर्भर बन रहा है। मुंगेर के जमालपुर में एक समारोह को संबोधित करते हुए वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में देश ने 50,000 किलोमीटर रेलवे नेटवर्क का विद्युतीकरण किया है।
उन्होंने कहा कि भारत ने हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की शक्ति देखी है, इसमें हाल ही में किया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भी शामिल है। उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में देश के सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के हवाई अड्डों को नेस्तनाबूद कर दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (IRIMEE) को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने जमालपुर लोकोमोटिव वर्कशॉप और IRIMEE के विकास के लिए 350 करोड़ रुपये की कार्य योजना शुरू की। रेल मंत्री ने कहा कि 2026 के शैक्षणिक सत्र तक IRIMEE संस्थान में आम छात्रों का भी दाखिला होगा। उन्होंने कहा कि गति शक्ति विश्वविद्यालय के कुलपति जल्द ही इस संबंध में जमालपुर दौरा करेंगे। बैठक में मुंगेर विधायक प्रणव कुमार यादव, जमालपुर विधायक डॉ. अजय कुमार सिंह, तारापुर विधायक राजीव कुमार सिंह, मुंगेर मेयर कुमकुम देवी, जमालपुर नगर परिषद की अध्यक्ष पार्वती देवी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।