महाकुंभ 2025 में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन और राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति को सेवादार की भूमिका में देखा गया. बता दें कि बुधवार को इलाहाबाद के इस्कॉन शिविर में सुधा मूर्ति ने भोजन वितरण के कार्य में हिस्सा लिया और भक्तों को महाप्रसाद के रूप में रोटियां बांटी.
हरे रंग की साड़ी और कंधे पर काला बैग लिए हुए सुधा मूर्ति पूरी निष्ठा के साथ सेवाकार्य में लीन दिखीं. उनके इस सादगी भरे अंदाज ने वहां मौजूद भक्तों का ध्यान खींचा और उनकी विनम्रता की सराहना की गई.
इससे पहले, मंगलवार को सुधा मूर्ति ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया. संगम में डुबकी लगाने के बाद उन्होंने प्रसिद्ध बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन किया। पूरा दिन उन्होंने धार्मिक गतिविधियों में बिताया और श्रद्धालुओं के साथ महाकुंभ के इस पावन अवसर को पूरी श्रद्धा से मनाया.
महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु संगम तट पर स्नान और पूजन के लिए जुटते हैं. इस्कॉन शिविर में सुधा मूर्ति का योगदान इस भव्य आयोजन में एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया। भक्तों ने न केवल प्रसाद का आनंद लिया, बल्कि सुधा मूर्ति जैसे प्रेरणादायक व्यक्तित्व से रूबरू होने का अवसर भी पाया.
महाकुंभ 2025 में सुधा मूर्ति की यह सेवा भावना यह दर्शाती है कि चाहे सामाजिक क्षेत्र हो या धार्मिक आयोजन, वह हमेशा आगे बढ़कर योगदान देने में विश्वास करती हैं.