इस साल भारत से हिंदी शॉर्ट फिल्म ‘अनुजा’ को 97वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में ‘बेस्ट लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म’ श्रेणी में नामांकित किया गया था, लेकिन यह प्रतिष्ठित अवार्ड नहीं जीत सकी। ‘अनुजा’ का मुकाबला कई शानदार फिल्मों से था, जिनमें ‘ए लीन’, ‘आई एम नॉट ए रोबोट’, ‘द लास्ट रेंजर’ और ‘द मैन हू कुड नॉट रिमेन साइलेंट’ शामिल थीं। हालांकि फिल्म को ‘आई एम नॉट ए रोबोट’ से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इसने कई अन्य महत्वपूर्ण अवार्ड्स अपने नाम किए।
‘अनुजा’ फिल्म ने ‘होलीशॉर्ट्स फिल्म फेस्टिवल’ में ‘बेस्ट लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म’ अवार्ड और ‘न्यू यॉर्क शॉर्ट इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ में भी पुरस्कार जीता। इसके अलावा, ‘मोंटक्लेयर फिल्म फेस्टिवल’ में फिल्म को ‘ऑडियंस अवार्ड’ मिला। इन अवार्ड्स के बाद ही फिल्म ने ऑस्कर के लिए नामांकन प्राप्त किया था।
फिल्म की कहानी बाल श्रम के मुद्दे पर आधारित है और दिल्ली की एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करने वाली दो बहनों—अनुजा और पलक—के संघर्ष को दिखाती है। ‘अनुजा’ (सजदा पठान) और पलक (अनन्या शानबाग) की कहानी में बच्चों की मेहनत और उनके सपनों की दुनिया का चित्रण किया गया है। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे फैक्ट्री मालिक छोटे बच्चों से बाल श्रम करवा रहे होते हैं, जबकि वह उनके उम्र के बारे में झूठ बोलकर कानून का उल्लंघन करते हैं। फिल्म में एक शिक्षक अनुजा को बोर्डिंग स्कूल की प्रवेश परीक्षा देने का मौका देते हैं, लेकिन परीक्षा की फीस जुटाना उनके लिए एक बड़ी चुनौती बन जाती है।
सजदा पठान, जिन्होंने अनुजा का किरदार निभाया है, असल जीवन में अनाथ हैं और ‘सलाम बालक ट्रस्ट’ से जुड़ी हुई हैं। इससे पहले भी सजदा ‘ब्रेड’ नामक फिल्म में काम कर चुकी हैं।
‘अनुजा’ का लेखन और निर्देशन एडम जे ग्रेव्स ने किया है, जबकि फिल्म की प्रोड्यूसर प्रियंका चोपड़ा और गुनीत मोंगा हैं। जब फिल्म को ऑस्कर में नामांकित किया गया था, तो प्रियंका चोपड़ा ने इसे एक अविश्वसनीय लम्हा बताया और कहा, “यह फिल्म कहानी कहने की शक्ति का एक खूबसूरत उदाहरण है, जो प्यार, परिवार और लचीलेपन को सबसे सच्चे तरीके से दर्शाती है। मैं सजदा पठान और अनन्या शानबाग के अभिनय से बहुत प्रभावित हूं।”
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