
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां के एक किसान को जनवरी माह का 7.03 करोड़ रुपये का बिजली बिल भेज दिया गया, जबकि उसके घर में मात्र एक पंखा और एक बल्ब चलता है. यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए.
गलत बिलिंग से परेशान हुआ किसान
बस्ती जिले के विद्युत उपकेंद्र हरैया के केशवपुर फीडर से जुड़े रमया गांव निवासी किसान मोलहू को बिजली विभाग ने जनवरी माह का 7,03,21,119 रुपये का बिल भेज दिया. यह देखकर किसान हैरान रह गया और उसने बिजली विभाग से संपर्क किया.
गलती सुधारने के बजाय और बढ़ी परेशानी
17 जनवरी को किसान मोलहू अपना बिल सही कराने के लिए कार्यकारी सहायक दीपक कुमार तिवारी के पास पहुंचा. लेकिन संशोधन के बजाय उसका बिल सात करोड़ रुपये तक पहुंच गया। जब उपभोक्ता ने फिर से शिकायत की, तो तीन फरवरी को बिल संशोधित कर 27,274 रुपये कर दिया गया.
ऊर्जा मंत्री ने लिया संज्ञान
इस लापरवाही का मामला सोशल मीडिया पर वायरल होते ही ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी शंभू कुमार को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जांच के बाद एमडी ने दोषी कार्यकारी सहायक दीपक कुमार तिवारी को तत्काल निलंबित कर दिया.
बिजली विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल
इस घटना के बाद बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. उपभोक्ताओं की परेशानियों को देखते हुए विभाग को अधिक सतर्कता बरतने और बिलिंग प्रणाली में सुधार करने की जरूरत है.