पलामू जिले के मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज शनिवार रात विरोध प्रदर्शन का केंद्र बन गया। रात 9:30 बजे से 10:30 बजे तक परिसर में हंगामे और नारेबाजी का माहौल रहा। कॉलेज के बालक छात्रावास में की गई छापेमारी के बाद आक्रोशित छात्रों ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पी. एन. महतो को रात 2 बजे तक बंधक बनाए रखा। सदर अनुमंडल की एसडीएम (आईएएस) सुलोचना मीणा के नेतृत्व में कॉलेज के बालक छात्रावास में पहली बार छापेमारी की गई। इस दौरान बड़ी मात्रा में गांजा, शराब की भरी और खाली बोतलें, सिगरेट, और लड़कियों से संबंधित आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गईं। छापेमारी के बाद आक्रोशित छात्रों ने प्रशासनिक टीम और प्राचार्य के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों ने एसडीएम सुलोचना मीणा के वाहन को भी रोक लिया और उन्हें परिसर छोड़ने से मना कर दिया। छात्रों का आरोप था कि छापेमारी के दौरान उनके साथ अनुचित व्यवहार किया गया। वहीं, एसडीएम सुलोचना मीणा ने बताया कि छापेमारी के दौरान छात्रावास के अन्य कक्षों की जांच करने से छात्रों ने रोका और उनके वाहन को घेर लिया। घटना की जानकारी मिलते ही सदर और शहर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। एसडीएम ने बताया कि उन्हें रात करीब 11 बजे वापस लौटने दिया गया, लेकिन प्राचार्य को रात 2:30 बजे तक बंधक बनाए रखा गया। प्राचार्य डॉ. पी. एन. महतो ने कहा कि छात्रों का विरोध समझ से परे है, लेकिन वे अपने बच्चों (छात्रों) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में असमर्थ हैं। यह छापेमारी कॉलेज प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। छात्रों के पास आपत्तिजनक सामग्रियों का पाया जाना एक गंभीर मुद्दा है। मामले को लेकर आगे की कार्रवाई के लिए कॉलेज प्रशासन और पुलिस के बीच समन्वय जरूरी है। इस घटना ने कॉलेज परिसर में अनुशासन और प्रशासनिक नियंत्रण पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।