मुख्तार अंसारी के शूटर और कुख्यात फरार अपराधी अनुज कनौजिया को झारखंड के जमशेदपुर में एनकाउंटर में मार गिराया गया। झारखंड पुलिस और यूपी एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में इमानी शूटर को मार गिराया गया। अपर पुलिस महानिदेशक (यूपी स्पेशल टास्क फोर्स, कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने एनकाउंटर के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जमशेदपुर में यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम के साथ भारी गोलीबारी के बाद मुख्तार गिरोह के शूटर अनुज कनौजिया को मार गिराया गया। उस पर 2.5 लाख रुपये का इनाम था। उन्होंने बताया कि टीम का नेतृत्व कर रहे पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) एसटीएफ डीके शाही को गोली लगी है। मारा गया शूटर माफिया मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर था। वह बीते कई सालों से फरार चल रहा था। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में थी। उस पर मऊ, गाजीपुर और आजमगढ़ जिलों के विभिन्न थानों में कनौजिया के खिलाफ 23 मामले दर्ज हैं। अनुज कनौजिया इतना शातिर अपराधी था कि पुलिस को उसे पकड़ने के लिए इनामी राशि बढ़ानी पड़ी थी। दो दिन पहले ही उसके लिए घोषित की गई इनामी राशि को बढ़ाकर ढाई लाख किया गया था। इससे पहले यह इनाम की राशि एक लाख रुपए थी। जानकारी के मुताबिक, अनुज कनौजिया चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव का निवासी था। उसका आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। उस पर मऊ के अलावा गाजीपुर जिले में दर्ज हैं। पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर गौर करें तो अनुज पर मऊ जिले के कोतवाली थाने में सर्वाधिक छह मुकदमे दर्ज हैं। वहीं रानीपुर में पांच, दक्षिण टोला थाने में दो व चिरैयाकोट कोतवाली में तीन मामले दर्ज हैं। तीन मुकदमे गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर थाने में भी दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य थाने में भी मुकदमा दर्ज है।