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झारखंड में तनाव के बीच अलर्ट, सीएम हेमंत सोरेन ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग

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Alert amid tension in Jharkhand

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जंग की स्थिति उत्पन हो चुकी है। लगातार दोनों देशों के बीच विवाद देखा जा रहा है भारत द्वारा चलाई गई ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान द्वारा भी हमला किया जा रहा है। आज सीजफायर का भी उल्लंघन पाकिस्तान ने कर दिया है ऐसे में हालात गंभीर मानी जा रही है। देश में सुरक्षा के दृष्टिकोण से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन  ने  राज्य की सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा  राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। देशभर में सुरक्षा हालातों को देखते हुए झारखंड में एक-एक जनमानस की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों दिशा निर्देश कहते हुए कहा है कि जरूरी नागरिक सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर विशेष फोकस रखें तथा एक बेहतर कार्ययोजना बनाकर राज्यवासियों की सुरक्षा से संबंधित सभी प्रकार के एहतियाती कदम शीघ्र उठाएं जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य में आमजनों के बीच कोई पैनिक स्थिति उत्पन्न न हो ,यह सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अफवाहों पर हर हाल में रोक लगाई जाए।

वैसे असामाजिक तत्व जो झूठी और भ्रामक संदेश प्रेषित कर माहौल खराब करने का कार्य करते हैं ,उनके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। राष्ट्र विरोधी गतिविधियों तथा सोशल साइट्स पर गलत संदेशों का आदान-प्रदान करने वालों की पहचान कर उनपर कानूनी कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को एक्टिव करें तथा आवश्यकता के अनुरूप सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स की संख्या बढ़ाएं। सिविल डिफेंस के क्षेत्र में कार्य करने वाले संस्थानों से समन्वय स्थापित कर बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए कार्ययोजना बनाएं। उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को त्वरित राहत, बचाव कार्य, जनजागरूकता और सामुदायिक क्षमता निर्माण जैसे विषयों पर विशेष प्रशिक्षण दी जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के साथ-साथ जिला स्तर के कंट्रोल रूम को एक्टिव करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य के भीतर सभी छोटे-बड़े पी एस यू (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम) के सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी अस्पताल के रूफटॉप पर मेडिकल साइन बोर्ड लगाए जाएं।


▪️एम एच ए का निर्देश है कि सिविल डिफेंस रूल्स के अंतर्गत इमर्जेंसी प्रोविजंस का इस्तेमाल करें। खासकर कोई खरीदारी में टेंडर प्रक्रिया छोड़कर।
▪️ मॉक ड्रिल की संख्या बढ़ा दी जाए। 
 ▪️ एसेंशियल सर्विस को मेंटेन करने के लिए तैयारी की जाए।
▪️ एसेंशियल कमोडिटीज पर खास ध्यान रखा जाए। होर्डिंग बिल्कुल नहीं हो।
▪️ अस्पताल को तैयार रखा जाए। 
▪️ महत्वपूर्ण ठिकाने जैसे डैम, प्लांट, UCIL,  बिजली घर, IOC, आदि के सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जाय।
▪️ एन जी ओ तथा अन्य सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स से संपर्क कर उन्हें तैयार कराया जाए।
▪️ जिला में फायर स्टेशन की तैयारी कर ली जाए।
▪️ मोबाइल फेल करने पर पी.ए. सिस्टम तैयार कर ली जाए।


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बैठक में मुख्य सचिव  अलका तिवारी, अपर मुख्य सचिव  अविनाश कुमार, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव  वंदना दादेल, डीजीपी  अनुराग गुप्ता, सचिव पूजा सिंघल, सचिव  राजेश शर्मा, सचिव  विप्रा भाल, विशेष सचिव आईपीआरडी राजीव लोचन बक्शी, आईजी ऑपरेशन ए०वी० होमकर, आईजी स्पेशल ब्रांच प्रभात कुमार, एसपी एटीएस  ऋषभ झा, एसपी अभियान अमित रेणु, कमांडेंट जैप -1  राकेश रंजन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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