
बिहार : मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी प्रखंड क्षेत्र में एक मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के बाद आज पटना में उसकी मौत हो गई। मासूम की मौत की खबर सुनकर पूरे गांव में मातम छा गया। बच्ची की मौत के बाद परिजन में कोहराम मच गया है। पोस्टमार्टम के बाद आज शव गांव में पहुंचा तो वहां मौजूद हर शख्स रो पड़ा। पूरे गांव में मायूसी छायी थी। इसी दौरान शव गांव पहुंचा, जिसे देखने के लिए गांव वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।
गांव की महिलाओं को देखते ही बच्ची की मां फफक कर रो पड़ी। वह यह कह कर चीख-चीखकर रोने लगी कि हमें नहीं पता था कि मछली बेचने वाला इस तरह मेरी दुनिया उजाड़ देगा। मेरी गलती थी कि मैंने एक अजनबी पर भरोसा कर के अपनी बेटी को उसके साथ जाने दिया। दरअसल एक मछली बेचने वाला उसके घर पहुंचा था। मृतका की मौसी भी उसी गांव में रहती थी। मोबाइल पर बातचीत के दौरान उसे पता चला कि मछली बेचने वाला आया हुआ है, इसलिए बच्ची की मौसी ने मछली वाले को उसके घर भेज देने के लिए कहा। मछली वाले ने कहा कि उसे घर का पता मालूम नहीं है, इसलिए बच्ची की मां ने अपनी बेटी को मौसी का घर दिखाने के लिए मछली वाले के साथ भेज दिया। काफी समय गुजर जाने के बाद भी जब बच्ची घर वापस नहीं लौटी, तब बच्ची की मौसी यानी अपनी बहन को कॉल कर पूछा तो पता चला कि वह गई ही नही। इसके बाद बच्ची की तलाश शुरू हो गई। खोजबीन के दौरान पता चला कि आरोपी रोहित ने मेरी बच्ची के साथ गलत काम किया और फिर सड़क पर फेंककर भागने से पहले बच्ची का गला रेत दिया। घटना के संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी ने मौसी के घर ले जाने की बात कहकर कर बच्ची को बहला फुसलाकर ले गया और फिर घटना को अंजाम दिया।
लोगों ने कहा कि बच्ची के साथ जिस प्रकार से दरिंदगी की गई उसकी भला कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। बच्ची की खोजबीनकरने के दौरान पता चला कि आरोपी रोहित ने मेरी बच्ची के साथ गलत काम किया और फिर पहचान छुपाने की वजह से बच्ची की गर्दन पर चाक़ू से हमला कर दिया। पीड़िता की मां ने कहा कि घायल पड़ी मेरी बेटी ने मुझे इशारे में बताया कि मेरा गला काट दिया है। उन्होंने कहा कि- मां हूं मैं बेटी की आंसू देखकर सब समझ गई कि उसके साथ कितना बुरा कांड हुआ है। महिला ने न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि मुझे किसी भी सूरत में न्याय चाहिए। महिला ने सबसे बड़े अस्पताल पर तंज कसते हुए कहा कि और मेरी बच्ची को इंसाफ मिलना चाहिए। हम सरकार के स्वास्थ्य व्यवस्था से भी नाराज है। इसी कारण से आज मेरी बच्ची इस दुनिया में नहीं है।