
बिहार : सहरसा जिले में एक बेहद संवेदनशील और दुखद घटना सामने आई है, जहां पिता की डांट से आहत होकर एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मामला जिले के बिहरा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिहौल गांव का है। मृतका की पहचान मोहम्मद कलाम की पुत्री नजरा खातून के रूप में हुई है, जो तीन बहनों और दो भाइयों में दूसरे स्थान पर थी। बताया जा रहा है कि 24 मई को नजरा मोबाइल फोन पर किसी से बातचीत कर रही थी, जिसे देखकर उसके पिता ने उसे डांटा और फटकार लगाई। पिता की डांट से आहत होकर किशोरी ने घर में रखी गेहूं में कीड़ा मारने वाली जहरीली दवा का सेवन कर लिया। हालत बिगड़ने पर परिजनों ने उसे सहरसा शहर के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया, जहां सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद परिजन लड़की के शव को चुपचाप दफनाने की तैयारी में थे और घर से 500 मीटर दूर स्थित कब्रिस्तान ले गए। लेकिन इसी दौरान किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। बिहरा थाना के सब इंस्पेक्टर बाबर अली के अनुसार, गुप्त सूचना मिलते ही पुलिस की टीम कब्रिस्तान पहुंची, जहां परिजन शव को छोड़कर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन मौत के पीछे के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मृतका का पोस्टमार्टम करवा कर शव को ग्रामीणों को सौंप दिया है। इस घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। अगर किसी की लापरवाही या जिम्मेदारी सामने आती है तो कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।