तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव की मतगणना जारी है, और अब तक के परिणामों में एक चौकाने वाली तस्वीर सामने आ रही है। पहले राउंड से ही निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर बृजवासी ने बढ़त बना ली थी, और फिलहाल वह 23,000 वोटों के साथ पहले स्थान पर चल रहे हैं। इसके बाद जनसुराज के डॉ. विनायक गौतम दूसरे, राजद के गोपी किशन तीसरे और जदयू के अभिषेक झा चौथे स्थान पर हैं। पहले ये अनुमान लगाया जा रहा था कि महागठबंधन, जदयू और जनसुराज के प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर होगी, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर बृजवासी ने पहले राउंड से ही चुनाव का खेल पलट दिया। मतगणना के पहले राउंड में ही राजद और जदयू के प्रत्याशी पीछे चले गए थे। इसके बाद वंशीधर बृजवासी ने हर राउंड में अपनी बढ़त बढ़ाई और 3000 से अधिक वोटों के साथ आगे बढ़ते गए। पहले राउंड में जदयू के अभिषेक झा को 1100, राजद के गोपी किशन को 1200 और जन सुराज के डॉ. विनायक गौतम को 1600 के आसपास वोट मिले थे। नौ राउंड की गिनती के बाद वंशीधर बृजवासी ने 23,003 वोट हासिल किए और सबसे आगे हैं। इसके बाद डॉ. विनायक गौतम को 12,467, गोपी किशन को 11,600 और अभिषेक झा को 10,316 वोट मिले हैं। वंशीधर बृजवासी की राजनीति खासकर शिक्षा क्षेत्र में सुधार को लेकर सक्रियता के कारण भी चर्चा में रही है। उन्होंने लगातार शिक्षकों के मुद्दों को उठाया और शिक्षा विभाग में अराजकता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर नीतीश सरकार को घेरा। वंशीधर बृजवासी उस समय सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने तत्कालीन अपर मुख्य सचिव केके पाठक का खुला विरोध किया था, जिसके कारण उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था। अब देखना ये होगा कि आगे की गिनती में क्या स्थिति रहती है, लेकिन वर्तमान परिणामों से यह स्पष्ट है कि वंशीधर बृजवासी ने पूरे चुनाव को अपनी दिशा में मोड़ दिया है।