रंगो के त्योहार होली को लेकर बिहार की राजधानी पटना के बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। रंगों के उत्सव होली का एक अलग ही महत्व है। यही वजह है कि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर आयु वर्ग के लोग इस त्योहार को बड़े ही उत्साह से मनाते हैं और पारंपरिक होली गीत गाकर एक-दूसरे के साथ रंग-गुलाल खेलते हैं। रंगों का पर्व होली को लेकर पटना में होली का बाजार रंग-गुलाल, पिचकारी और मुखौटों से सज चुका है।इस बार होलिका दहन 13 मार्च और होली 15 को मनायी जायेगी। होली को लेकर राजधानी पटना के बाजारों में काफी रौनक देखने को मिल रही है।खासकर बच्चों के बीच होली को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। बाजारों में रंग-बिरंगे अबीर एवं गुलाल की धूम है। पिचकारी, कपड़े, किराना सामान, मेवा की खरीददारी तेज है। होलिका दहन की पूजा के लिए भी पूजन सामग्री की भी खरीदारी लोग कर रहे हैं।खरीदारों की बढ़ती संख्या से बाजार में चहल-पहल बढ़ गई है। दुकानदारों के चेहरे भी खिले हुए हैं। होली के त्योहार को देखते हुए विशेष तैयारियां की गई हैं।होली के दौरान उपयोग की जाने वाली अन्य सामग्री से भी बाजार भरे-पड़े हैं। इस बार बच्चों के लिए खास पिचकारियां मार्केट में उपलब्ध हैं। स्पाइडर-मैन, डोरेमोन, छोटा भीम, वीर हनुमान, आयरन मैन जैसे कार्टून किरदारों वाली पिचकारियां बच्चों में खासा पॉपुलर हो रही हैं। इसके अलावा, गुलाल फायरो गन भी इस बार बाजार में आयी है, जिसे फायर करने पर बंदूक से गुलाल निकलता है। इस उत्पाद की कीमत 200 रुपये से लेकर 600 रुपये तक है।युवाओं के लिए फिल्मी सितारों और विशेष रूप से ‘पुष्पा’ फिल्म की प्रेरणा से बनी पिचकारियां इस बार बाजार में आकर्षण का केंद्र हैं। इन पिचकारियों की कीमत 250- 2000 रुपये तक है। आरारोट एवं हर्बल सुगंधित गुलाल एवं अबीर की कई वैरायटी बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध है।