सहरसा: सहरसा जिले में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार देर रात बनगांव थाना क्षेत्र में एक तेज रफ्तार और अनियंत्रित हाइवा ट्रक ने दो लोगों को रौंद डाला। हादसे में एक सेंटरिंग मिस्त्री की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद हाइवा चालक वाहन समेत फरार हो गया। जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान लालकुंद यादव (55) निवासी नन्दलाली गांव भेलवा पंचायत वार्ड-5 के रूप में हुई है। वह सेंटरिंग का काम किया करते थे। उनके साथ बाइक चला रहे मिथिलेश यादव (50) सत्तर गांव निवासी और सेंटरिंग के ठेकेदार हैं। बुधवार को दोनों महिषी प्रखंड के महपुरा गांव में एक प्राइवेट बिल्डिंग में काम कर दिनभर की मजदूरी पूरी करने के बाद बाइक से घर लौट रहे थे। जैसे ही वे बनगांव थाना क्षेत्र की सीमा में पहुंचे, एक अनियंत्रित हाइवा ट्रक ने उन्हें जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि लालकुंद यादव की मौके पर ही मौत हो गई और मिथिलेश यादव गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीणों ने दोनों घायलों को उठाकर सदर अस्पताल सहरसा पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने लालकुंद यादव को मृत घोषित कर दिया। मिथिलेश यादव की हालत गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है।
हादसे की खबर जैसे ही लालकुंद यादव के घर पहुंची, पत्नी गीता देवी और परिवार के अन्य सदस्य रो-रो कर बेहाल हो गए। परिजनों के अनुसार, लालकुंद यादव दैनिक रूप से मजदूरी करते थे और घर की जिम्मेदारी उनके कंधों पर थी। वह अपने पीछे पत्नी, दो बेटे और चार बेटियों को छोड़ गए हैं। घटना के बाद हाइवा चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। बनगांव पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है। आवश्यक कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है, और फरार चालक की तलाश जारी है। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में सड़क निर्माण और अन्य कार्यों में लगे कई हाइवा ट्रक बेलगाम रफ्तार से चलते हैं, जिन पर कोई निगरानी नहीं है। परिवहन विभाग की निष्क्रियता से आए दिन हादसे हो रहे हैं। मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मुआवजा और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। हादसे के बाद नन्दलाली और सत्तर गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। लालकुंद यादव के अचानक चले जाने से परिवार के सामने भविष्य की चिंता और आर्थिक संकट गहराता दिख रहा है।