डेहरी ऑन- सोन। इंडियन सायेक्ट्रिक सोसायटी के अठहत्तरवें स्थापना दिवस पर आज मंगलवार को डेहरी नगर स्थित संवेदना न्यूरो सायेक्ट्रिक रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के सभागार में स्वस्थ मस्तिष्क में स्वस्थ शरीर विषयक संगोष्ठी को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते सोसायटी के पूर्वी प्रक्षेत्र के अध्यक्ष एवं प्रख्यात मनोचिकित्सक उदय कुमार सिन्हा ने कहा कि हमारे समाज में यह पुरानी अवधारणा प्रचलित है कि स्वस्थ तन में स्वस्थ मन वास करता है, लेकिन आज यह नई अवधारणा विकसित हुई है कि स्वस्थ मस्तिष्क रहने पर शरीर स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि अगर हम अवसादग्रस्त हो जाते हैं या किसी अन्य प्रकार के मनोरोगी हो जाते हैं, तो हमारा आचरण- व्यवहार सामान्य नहीं होता है। हमारे शरीर को हमारा माइंड गाइड करता है। इसे हम सभी जानते- समझते हैं और हमारे आध्यात्मिक ग्रंथों में भी यह तथ्य वर्णित है। डॉ. सिन्हा ने यह भी कहा कि वर्तमान समाज में अधिसंख्य लोग तनावग्रस्त जीवन जी रहे हैं। हमें निरंतर विषम स्थितियों- परिस्थितियों से जूझना पड़ रहा है। जब हमारा मनोबल कमजोर होता है, तो नकारात्मक मनोभाव हमारे मस्तिष्क में एक केमिकल बनाने लगता है और हम मनोरोगी हो जाते हैं। इसीलिए हमें तनाव मुक्त होने और तनाव मुक्त जीवन जीने की कला सीखनी होगी। सायेक्ट्रिक सोसायटी के जोनल अध्यक्ष ने लोगों से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों के दिमाग पर अपने सपने, अपनी आकांक्षा का बोझ नहीं डालें। आजकल बड़ी तादाद में बच्चे डिप्रेशन के रोगी बन रहे हैं। कुछ बच्चे तो आत्महत्या भी कर ले रहे हैं। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक सत्यनारायण यादव ने अपने संबोधन में कहा कि हमें अपनी मानसिक बीमारी को छुपाने की जरूरत नहीं है। मनोरोग का इलाज कराना चाहिए। तभी हम स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। संगोष्ठी में साहित्यकार एवं पत्रकार कुमार बिंदु ने मानसिक रोगों को लेकर जागरूकता अभियान की जरूरत बताते हुए सामाजिक संगठनों से सामाजिक जागरूकता शिविर का आयोजन करने की अपील की। डा. आशीष, प्रो. रणवीर कुमार सिन्हा, कमलेश कुमार, सरदार नरेन्द्र सिंह, संजय श्रीवास्तव आदि ने भी अपने उद्गार प्रकट किए। कार्यक्रम के प्रारंभ में ऊषा श्याम फाउंडेशन की प्रतिनिधि एवं संवेदना न्यूरो सायेक्ट्रिक रिसर्च प्रा. लि. की निदेशक डा. मालिनी राय ने आगत अतिथियों और नगर के बुद्धिजीवियों का स्वागत किया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सत्यनारायण यादव को बुके देकर सम्मानित किया गया। मौके पर डा. रामजी प्रसाद, रुपेश कुमार राय, अभियंता ब्रह्मदेव यादव, महेन्द्र कुमार, सिकंदर, सुनील कुमार सहित शहर के अनेक बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।