मंदिर के मैनेजर ज्ञानेंद्र पांडे ने बताया कि दिसंबर महीने से गुल्लक के अंदर तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों के द्वारा दान किए गए रुपए रखे हुए थे। जिसे ऑफिस के अंदर रखा गया था। चार में से तीन गुल्लक को तोड़कर पैसे निकाल लिए गए हैं। बदमाशों के द्वारा नाइट गार्ड के साथ मारपीट की गई है। करीब 7 से 8 लाख रुपए गुल्लक में होने का अनुमान है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर स्थित नौलखा मंदिर में बदमाशों के द्वारा रविवार-सोमवार की दरमियानी रात लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया है। विरोध करने पर रात्रि प्रहरी के साथ मारपीट कर अधमरा कर दिया गया है। रात्रि प्रहरी के तौर पर सुदल राम बड़ी मिल्की राजगीर निवासी कार्यरत हैं। जबकि ऑफिस असिस्टेंट के तौर पर रामबचन उपाध्याय कार्यरत हैं। जिन्हें बदमाशों ने एक कमरे में बंदूक का भय दिखाकर बंद कर दिया। बदमाश 3 की संख्या में थे और हर कोई हथियार से लैस था। सबसे पहले बदमाश ने ऑफिस असिस्टेंट को गन पॉइंट पर लेते हुए एक कमरे के अंदर बंद कर दिया। इसके बाद 4 दान पेटियों में से तीन दान पेटियों को तोड़कर उसमें दान किए गए रकम को लूट लिया। जब इसका विरोध रात्रि प्रहरी ने किया तो उसके साथ जमकर मारपीट की गई और उसे अधमरा कर दिया। करीब डेढ़ घंटे तक मंदिर में लूटपाट की घटना होते रही। सुदल राम के परिवार का आरोप है कि कई बार दान पेटी की सुरक्षा को लेकर उन्होंने सवाल उठाए थे और प्रशासनिक सहयोग एवं दान पेटी को खाली करने की बात कही थी। लेकिन मंदिर प्रबंधन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जिसके कारण नाहक ही सुदल राम के साथ बदमाशों ने मारपीट की और उन्हें अधमरा कर दिया। धारदार हथियार से हाथ काट दिया एवं बाएं हाथ का अंगूठा काट कर अलग कर दिया। चेहरे और शरीर के कई हिस्सों पर जख्म के निशान है। इसी कारण वे करीब एक सप्ताह तक मन्दिर नहीं गए थे। फिर उन्हें जबरन काम पर वापस बुला लिया गया। सुदल राम करीम 40 वर्ष से रात्रि प्रहरी के पद पर नौलखा मंदिर में कार्यरत है। जख्मी रात्रि प्रहरी सुदल राम ने बताया कि दिलीप जो गार्ड के तौर पर काम करता है। वही रात्रि में करीब 10 बजे मन्दिर 4 लड़को को लेकर आया और उनकी पहचान कराई। इसके बाद दिलीप चला गया और लड़के मन्दिर के अंदर चले गए। रात्रि करीब 2:00 बजे बदमाश बोरे में लेकर कुछ सामान अंदर से आ रहा था। उसने गेट खोलने के लिए कहा, तब मैंने मना कर दिया। बदमाशों ने हथियार का भय दिखाया। इसके बाद मैंने गेट को खोल दिया। बदमाश बाहर चले गए, लेकिन उनमें से 2 लोग वापस आ गए और मेरे ऊपर धारदार हथियार से हमला कर दिया। शोर शराबे की आवाज सुनकर मंदिर के अंदर से लोग उठे और बाहर आए तब तक बदमाश अधमरा कर फरार हो गया। मंदिर में लूटपाट की सूचना मिलने के उपरांत राजगीर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और उसके बाद वरीय अधिकारी भी घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंचे, एफएसएल की टीम को भी साक्ष्य संकलन के लिए बुलाया गया। मंदिर के अंदर बने कोठी में रुके पर्यटकों एवं अन्य लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है एवं उनके बैग भी खंगाले जा रहे हैं। राजगीर थाना अध्यक्ष रमन कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के उपरांत पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई है। मंदिर के अंदर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है एवं मंदिर के अंदर रह रहे लोगों से पूछताछ की जा रही है।