सत्ता का संग्राम कार्यक्रम में बोधगया विधानसभा क्षेत्र के मुद्दों पर स्थानीय विधायक जनता के सवालों की बौछार में फंसते नजर आए। अंत में वह चुप्पी साधकर कार्यक्रम से बाहर निकल गए। पढ़ें पूरी खबर।
सत्ता के संग्राम में इस बार का बोधगया विधानसभा क्षेत्र का दृश्य कुछ अलग ही रहा। जैसे ही बोधगया के राजद विधायक सह पूर्व कृषि मंत्री सर्वजीत कुमार सत्ता का संग्राम कार्यक्रम में वर्चुअल तौर पर जुड़े, भाजपा नेताओं और स्थानीय जनता ने तीखे सवालों की झड़ी लगा दी। विकास के मुद्दों से लेकर भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी तक, हर मोर्चे पर विधायक घिरते नजर आए। जनता ने खुले मंच पर उन्हें उनके पुराने वादों की याद दिलाई, लेकिन जवाब देने के बजाय विधायक जी ने चुप्पी साध ली। लोगों के सवालों का दबाव बढ़ता गया और जैसे ही कार्यक्रम का माहौल गरमाता चला गया। विधायक ने स्थिति को भांपते हुए चुपचाप कार्यक्रम से निकलना ही बेहतर समझा। बिना किसी स्पष्टीकरण या उत्तर के वे कार्यक्रम से बाहर हो गए। हालांकि, उनके जाने के बाद भी कार्यक्रम थमा नहीं। जनता डटी रही, नेता जमे रहे और सत्ता का खेल जारी रहा। यह घटनाक्रम साबित करता है कि अब जनता सवाल पूछने लगी है, जवाब मांगने लगी है और नेताओं की चुप्पी को बख्शने को तैयार नहीं है। आने वाले चुनावों का रुख तय करने वाला यह संदेश साफ है। अब जनता चुप नहीं बैठेगी। भाजपा नेता धर्मेंद्र कुमार ने बोधगया विधायक कुमार सर्वजीत पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार से बोधगया विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए जो भी मांगा गया, वह सब मिला। लेकिन बोधगया के जनप्रतिनिधि को विकास पर भरोसा नहीं था। उनका विश्वास विकास के लिए राज्य सरकार से मिली राशि का बंदर बांट पर है। नारायणपुर बांध के कार्य में पैसा मिला, लेकिन उन पैसों का बंदर बांट हुआ। यही वजह है कि आज जनता विधायक से सवाल कर रही है। उनको विकास कार्य में रुचि नहीं है।
वहीं, हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नंदलाल ने भी बोधगया विधायक कुमार सर्वजीत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बोधगया विधायक कुमार सर्वजीत का दूसरा टर्म है। लेकिन आज भी बोधगया विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में पेयजल समस्या, सिंचाई, नारायणपुर बांध और तिलैया ढाढर परियोजना पर काम नहीं हो सका। विधायक जी के ढुलमुल रवैए के कारण क्षेत्र विकास विहीन है। लोजपा रामविलास पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद कुमार ने कहा कि 70 साल में कांग्रेस कुछ नहीं कर पाई, लेकिन एनडीए की सरकार ने दस सालों में विकास की गंगा बहा दी। आज बोधगया विधानसभा क्षेत्र से राजद के विधायक हैं, उन्होंने जो मांगा सरकार ने दिया। वहीं, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संतोष कुशवाहा ने सवाल उठाया कि राज्य सरकार राजगीर में तेजी से विकास कर रही है, लेकिन गया की ओर कोई ध्यान नहीं है। यही कारण है कि गया जिला विकास के नाम पर बहुत पीछे है। राजगीर की तुलना में गया का विकास नहीं हुआ है। हालांकि सत्ता के संग्राम कार्यक्रम में बोधगया की जनता गोपाल पासवान, प्रवीण राम, रवि कुमार, बलेश्वर यादव और बोधगया वार्ड पार्षद राजेश पाल ने बोधगया के पाथ-वे पर अतिक्रमण का सवाल उठाया। लेकिन बोधगया विधानसभा क्षेत्र के विधायक कुमार सर्वजीत कार्यक्रम से निकल जाने के कारण जवाब नहीं मिला।