ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी पर हमला बोला है। तीन दिवसीय बिहार दौरे पर किशनगंज पहुंचे एआईएमआईएम के प्रमुख ने शनिवार को बहादुरगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए 2020 के विधानसभा चुनाव में जीतने के बाद पार्टी के चार विधायक राजद में शामिल हो गए। उन्होंने इन विधायकों को जमीन फरोश और बुजदिल करार दिया। राजद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो चार विधायकों को खरीदा। वह भविष्य में अख्तरुल ईमान और तौसीफ आलम के यहां भिखारी बनकर आएंगे। उन्होंने वक्फ बोर्ड को लेकर केंद्र और बिहार सरकार की जमकर आलोचना की है। ओवैसी ने कहा कि हिंदू ट्रस्ट में गैर हिंदू को मौका नहीं मिलता, तो वक्फ में गैर मुस्लिम को हस्तक्षेप का अधिकार क्यों। उन्होंने इस कानून को वापस लेने की मांग की। उन्होंने सवाल किया कि जो कानून मंदिरों और बोधगया के लिए उपयुक्त है, वह मुसलमानों के लिए क्यों नहीं। प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 11 सालों में मुसलमानों के हित के लिए कुछ नहीं किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चिराग पासवान पर तंज कसते हुए कहा कि ये लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष बताते हैं, और अपने निचले कार्यकर्ताओं के द्वारा सेकुलर का बयान दिलवाते है। जो हमें भाजपा की बी टीम बताते हैं, वह यह बताएं कि इसी बी टीम ने संसद में बिल को फाड़ने का काम किया था, आप तो ए टीम थे तुमने क्या किया? एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने वक्फ और काले कानून के खिलाफ, अब हमारे हिंदुस्तान के लोग चुप नहीं बैठेंगे। अगर यह काला कानून बंद नहीं होता है तो न जाने तुम्हारे कितने मस्जिदें बंद हो जाएगी। अपनी घर के बहु बेटी की इंसाफ जो न कर सके वो दूसरे के घरों के इंसाफ पंचायती कर रहे है। जहां मुसलमानों महिलाओं ने कहा कि हमें तुम्हारी तीन तलाक की जरूरत नहीं है।