बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान में आयोजित कृषि यंत्र मेले के उद्घाटन के दौरान किसानों के कल्याण और उनके लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि और किसानों की स्थिति में जो भी सुधार हो रहा है, वह उनके शासन के प्रयासों का नतीजा है। नीतीश कुमार ने दावा किया कि उनके सत्ता संभालने से पहले ऐसी पहल नहीं थीं। उन्होंने किसानों के लिए मेले आयोजित करने कृषि यंत्रों को बढ़ावा देने और खेती की प्रक्रियाओं को आसान बनाने के लिए किए गए प्रयासों को गिनाया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, पहले कुछ नहीं था। हमने मेला लगाने और किसानों के लिए काम करने की शुरुआत की। जो भी हो रहा है, वह हमारा किया हुआ है। उन्होंने युवाओं और नई पीढ़ी से आग्रह किया कि वे अतीत की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करें और भूलें नहीं कि सरकार किस तरह से कृषि और किसानों के लिए कार्य कर रही है। वही जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह सवाल किया गया कि उनके कामों को कुछ लोग पसंद नहीं कर रहे हैं, तो उन्होंने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “किसको पसंद नहीं आ रहा है, बताओ। आप लोग घूम-घूमकर देख लीजिए, अच्छा रहेगा। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि बिहार में जो भी सुधार हो रहे हैं, वे उनकी सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों का परिणाम हैं। उन्होंने अपने कामों पर पूरा विश्वास जताते हुए यह भी कहा कि राज्य में किसानों के लिए कृषि यंत्र मेले जैसी पहल की शुरुआत भी उनकी सरकार ने ही की है। उनका यह बयान इस बात को रेखांकित करता है कि उन्हें अपने प्रशासन के कार्यों पर गर्व है और वे आलोचनाओं को लेकर अनावश्यक चिंता नहीं करते हैं। इस दौरान, नीतीश कुमार ने जनता और मीडिया से यह भी आग्रह किया कि वे खुद जाकर देखे कि बिहार में उनके शासनकाल के दौरान क्या बदलाव आए हैं।