मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार बिना भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए कार्य कर रही है और यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा. वे बुधवार को बापू सभागार में संत शिरोमणि रविदास जयंती पर आयोजित विकास मित्रों के क्षमतावर्द्धन कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं का जिक्र किया, जिन्होंने बिहार के युवाओं के भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
मुख्यमंत्री ने विकास योजनाओं का दिया ब्योरा
नीतीश कुमार ने संत रविदास और बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी सरकार समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई कुछ प्रमुख योजनाएं राज्य के युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित हुई हैं.
- बिहार महादलित विकास मिशन
वर्ष 2009 में शुरू किए गए इस मिशन का उद्देश्य महादलित वर्ग तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना था. इससे वंचित समुदायों को शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिला है.
- विकास मित्र योजना
वर्ष 2023 में विकास मित्रों का मानदेय 13,700 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया और हर वर्ष इसमें 5% की वृद्धि की जा रही है. इससे समाज के वंचित तबके के सशक्तिकरण को मजबूती मिली है.
- उद्यमी योजना
वर्ष 2018 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं के रोजगार के लिए ‘उद्यमी योजना’ की शुरुआत की गई. इसके तहत 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिसमें 5 लाख रुपये अनुदान और 5 लाख रुपये ब्याज मुक्त ऋण शामिल है.
- मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना
इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को रोजगार देने के लिए परिवहन क्षेत्र में सहायता दी जाती है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलता है.
- आवासीय विद्यालय और छात्रावास की सुविधा
अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए आवासीय विद्यालय और छात्रावास स्थापित किए गए हैं, जिससे वे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें और अपने भविष्य को संवार सकें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं का मकसद समाज के वंचित वर्गों को सशक्त बनाना और उन्हें मुख्यधारा में लाना है. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में जरूरत के अनुसार और भी योजनाएं लागू की जाएंगी ताकि समाज के सभी वर्गों का समुचित विकास हो सके.