रोहतास: बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब माफिया अवैध शराब की तस्करी से बाज नहीं आ रहे हैं। नए साल के जश्न के मौके पर तस्करों ने भारी मात्रा में शराब सप्लाई करने की योजना बनाई थी। लेकिन प्रशासन की सतर्कता के चलते रोहतास जिले में पिछले 24 घंटे के अंदर 21 लाख रुपये मूल्य की अवैध शराब जब्त की गई है। आपको बता दें की जिले के विभिन्न इलाकों में चलाए गए विशेष छापेमारी अभियान के दौरान यह बरामदगी हुई। रोहतास पुलिस और मद्य निषेध विभाग की संयुक्त कार्रवाई में शराब माफियाओं के कई ठिकानों पर छापे मारे गए। इन छापेमारी में भारी मात्रा में विदेशी शराब, देशी शराब और तस्करी के अन्य उपकरण जब्त किए गए। रोहतास एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि तस्करों ने नए साल के जश्न को देखते हुए अवैध शराब की बड़ी खेप जिले में लाई थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ माफिया शराब की खेप अलग अलग जगहों पर छुपाकर रखे हुए हैं। इसके बाद टीम ने कई ठिकानों पर छापा मारा और बड़ी मात्रा में शराब को जब्त कर लिया। पुलिस ने इस दौरान तीन शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये शराब माफिया अन्य राज्यों से शराब लाकर बिहार में सप्लाई करते थे। जब्त शराब की बाजार कीमत लगभग 21 लाख रुपये आंकी गई है। घटना की जानकारी देते हुए एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनकी संपत्तियों को भी जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही, शराब तस्करी में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। जैसा की हम सब जानते है की बिहार में शराबबंदी अप्रैल 2016 से लागु है, बावजूद इसके तस्कर चोरी-छिपे शराब की तस्करी करते रहे हैं। मगर इस बार नए साल के जश्न के मद्देनजर प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती है। आपको बता दें की पुलिस और मद्य निषेध विभाग की टीम लगातार छापेमारी कर रही है ताकि अवैध शराब की तस्करी पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके। प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे शराबबंदी कानून का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। नए साल के जश्न को शराब के बजाय सुरक्षित और खुशहाल तरीके से मनाए।