बिहार : मुजफ्फरपुर जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। नगर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल के नेतृत्व में चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने दो महिलाओं को स्मैक की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। हैरान करने वाली बात यह रही कि पकड़ी गई दोनों महिलाएं उस व्यक्ति की बेटियां हैं, जो पहले से ही स्मैक के केस में जेल की सजा काट रहा है।
अब बेटियों ने उसी अवैध कारोबार की कमान संभाल ली थी। पुलिस ने यह कार्रवाई सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बालूघाट इलाके में देर रात की। वहां से कुछ संदिग्धों को पकड़ा गया और उनके पास से स्मैक की पुड़ियां बरामद हुईं। पूछताछ में इन आरोपितों ने बताया कि वे अहियापुर थाना क्षेत्र के विजय छपरा गांव से स्मैक लाते थे। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और वहां से दो बहनों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार महिलाओं के पास से 50–60 पुड़िया स्मैक और लगभग 5,000 रुपये नकद बरामद हुए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ये दोनों बहनें स्थानीय स्तर पर स्मैक की सप्लाई करती थीं और शहर के अलग-अलग इलाकों में अड्डे बनाकर बिक्री करती थीं।
बालूघाट के रास्ते नशे की खेप को शहर के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचाया जाता था। नगर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने बताया कि शहर में बढ़ते नशे के कारोबार पर नकेल कसने के लिए पुलिस पूरी तरह से कटिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमने कई तस्करों को जेल भेजा है और इस नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं। कोई भी व्यक्ति अगर स्मैक की तस्करी या खरीद-बिक्री में संलिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” फिलहाल पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य तस्करों की तलाश में लगी हुई है और दोनों महिलाओं को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है।