रोहतास जिले में सोन नदी का बालू अपराध और भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुका है। पीले बालू के काले कारोबार से बालू माफिया तो मालामाल हो ही रहे हैं पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी इसमें खूब गोते लगा रहे हैं। ताजा मामला रोहतास जिले के बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र से सामने आया है। जहां एक स्टिंग ऑपरेशन में काराकाट थानाध्यक्ष फुलदेव चौधरी ने बालू माफियाओं से सांठगांठ की बात कबूल कर सनसनी मचा दी है। रोहतास जिले के काराकाट थाना अध्यक्ष का बालू माफियाओं के साथ सांठगांठ की बात कबूल करने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में लगभग तीन से चार लोगों की बातें साफ तौर से सुनी जा सकती है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि वहां मौजूद लोगों द्वारा एक सोची-समझी रणनीति के तहत थानाध्यक्ष को अपने भरोसे में लेकर बालू माफियाओं से सांठगांठ की बात कबूल कराई जा रही है। वीडियो वायरल होने के बाद रोहतास पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है और लोगों में पुलिस के प्रति नाराजगी है। बताया जा रहा है कि थानाध्यक्ष फूलदेव चौधरी के बातचीत का वीडियो लगभग एक वर्ष पुराना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बातचीत का वीडियो एक रणनीति के तहत दबाया गया था और वीडियो में मौजूद लोगों के साथ काफी दिनों से समझौते की बात चल रही थी लेकिन जब बात नहीं बनी तो इसे उजागर कर दिया गया। वहीं काराकाट थानाध्यक्ष का वीडियो सामने आने के बाद रोहतास पुलिस अधीक्षक रौशन कुमार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए थाना अध्यक्ष फुलदेव चौधरी को लाइन हाजिर कर दिया है। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो लगभग 1 वर्ष पुराना है, जिसके सत्यता की जांच चल रही है। एसपी के अनुसार पूरे मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।