डेहरी प्रखंड के रामगढ़ गांव में मिड-डे मील खाने के बाद 17 बच्चों की तबीयत अचानक खराब हो गई। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है और ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। बच्चों की हालत बिगड़ने के पीछे खाने में विषाक्तता की आशंका जताई जा रही है। 13 दिसंबर 2024 को यह घटना हुई, जिससे पूरे गांव में हड़कंप मच गया। बच्चों ने मिड-डे मील खाने के तुरंत बाद उल्टी और पेट दर्द की शिकायत की। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत में सुधार हुआ। शिक्षा पदाधिकारी ने इस गंभीर घटना को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए एक जांच टीम का गठन किया गया है, जो घटना के कारणों की पड़ताल करेगी। ग्रामीणों का कहना है कि मिड-डे मील की गुणवत्ता लंबे समय से खराब रही है। सही समय पर बच्चों को भोजन नहीं मिल पाता, और पहले भी शिकायतें की गई हैं। उन्होंने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। घटना के बाद बच्चे मिड-डे मील खाने से डरने लगे हैं। उनके माता-पिता भी स्कूल प्रबंधन पर सवाल उठा रहे हैं और बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं प्रशासन ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने मिड-डे मील योजना की खामियों को उजागर कर दिया है और इसे लेकर सरकार व प्रशासन को कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है।