आशा कर्मी लाभार्थियों की पूर्ण जानकारी पोर्टल पर करेंगी अप टू डेट
सासाराम। परिवार नियोजन साधनों का सही इस्तेमाल हो और अस्थाई परिवार नियोजन के विभिन्न साधन लोगों तक सही रूप से पहुंचे इसके लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। इसके लिए आशा कर्मियों को भी विशेष जिम्मेदारी दी गई है। इसी को लेकर शुक्रवार को सासाराम के निजी होटल में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की आशा कर्मियों को फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत इस उन्मुखीकरण कार्यालय में आशा कर्मियों को फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक इनफॉर्मेशन सिस्टम पोर्टल के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि इस पोर्टल के माध्यम से अब सारी जानकारियां देनी होगी, जिसमें अस्थाई परिवार नियोजन के साधनों का उठाव के साथ-साथ लाभार्थी तक पहुंचाने की पूर्ण जानकारी उपलब्ध होगी। जिला स्वास्थ्य समिति के जिला शहरी स्वास्थ्य सलाहकार तारिक अनवर एवं पीएसआई इंडिया के प्रियेश तिवारी ने सभी आशा कार्यकर्ताओं को इस पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराया। उन्हें बताया गया कि किस तरह अस्थाई परिवार नियोजन के साधनों का उठाव करके लाभार्थी को देने के बाद लाभार्थी का पूर्ण जानकारी पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध कराना है।
क्या क्या देना होगा जानकारी
पीएसआई इंडिया के प्रियेश तिवारी ने वहां मौजूद आशा कर्मियों को इस पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल पर जो भी सामग्री लाभार्थी को दी जा रही है उसका पूर्ण विवरण होगा। जो भी आशा कर्मी जिन लाभार्थी को परिवार नियोजन के अस्थाई साधन जैसे माला डी, कॉपर टी, अंतरा, कंडोम आदि उपलब्ध कराएगी उस लाभार्थी का नाम, आधार संख्या, मोबाइल नंबर एवं पता एंट्री करेंगे।
लाभार्थी तक पहुंचेगी सुविधा
जिला शहरी स्वास्थ्य सलाहकार तारिक अनवर ने बताया कि आशा कर्मियों द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का डिस्ट्रीब्यूशन किया जाता है। यह सामग्री लोगों तक पूर्ण रूप से पहुंच पा रही है कि नहीं इसका पहले मैन्युअल जानकारी उपलब्ध कराई जाती थी, परंतु पोर्टल के माध्यम से इसकी पूर्ण जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि पोर्टल की सुविधा उपलब्ध होने से इसकी जानकारी पूरी तरह से राज्य स्वास्थ्य समिति को सीधा तौर पर उपलब्ध होगा और इससे यह जानकारी मिल पाएगी की कौन से लोग कौन सा साधन सबसे अधिक इस्तेमाल कर रहे है।