पटना, 12 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 01 अणे मार्ग से मुफ्त औषधि वाहन सेवा का शुभारंभ करते हुए 109 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस सेवा का उद्देश्य राज्य के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों, विशेष रूप से सुदूरवर्ती क्षेत्रों में, निःशुल्क औषधियाँ समय पर उपलब्ध कराना है। इस ऐतिहासिक पहल के माध्यम से राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को समाज के सबसे गरीब और वंचित वर्गों तक पहुँचाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री को इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने हरित पौधा भेंटकर स्वागत किया। यह योजना ‘स्वस्थ बिहार’ मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। औषधि आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करने के लिए वाहनों को जीपीएस सिस्टम से लैस किया गया है, जिससे दवाओं की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। अब सरकारी अस्पतालों में आवश्यक औषधियों की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित होगी, विशेष रूप से ग्रामीण और सुदूरवर्ती इलाकों में आकस्मिक और आपात स्थितियों के दौरान। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी नागरिक औषधि की अनुपलब्धता के कारण स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रह जाए। गरीब परिवारों को इससे बेहतर इलाज और समय पर औषधि उपलब्ध कराई जा सकेगी। इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पाण्डे, जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे। यह पहल बिहार के लिए एक समावेशी और रोजगारोन्मुखी योजना के रूप में प्रस्तुत की गई है। राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को अत्यधिक सुदृढ़, सुलभ और उत्तरदायी बनाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आशा व्यक्त की कि यह योजना गरीब और वंचित वर्ग के जीवन स्तर में सुधार लाने में एक मील का पत्थर साबित होगी।