
पटना : प्रदेश कांग्रेस कमेटी और युवा कांग्रेस के बैनर तले गुरुवार को राजधानी पटना स्थित नियोजन भवन के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। “नौकरी दो या सत्ता छोड़ो” के नारे के साथ आयोजित इस आंदोलन में कांग्रेस नेताओं ने बिहार में लगातार बढ़ती बेरोजगारी, युवाओं की हताशा और सरकारी विभागों में लंबित नियुक्तियों को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने की। उनके साथ कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब, पहलवान और कांग्रेस नेता बजरंग पुनिया, प्रदीप नरवाल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
प्रदर्शन के दौरान दीपेंद्र हुड्डा खुद वाहन चलाकर पहुंचे, जिसमें अध्यक्ष राजेश राम और उदय भानु चिब भी उनके साथ सवार थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नियोजन भवन के मुख्य गेट पर चढ़कर नारेबाजी की और बाद में गेट में सांकेतिक रूप से ताला भी जड़ दिया। प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि जिस नियोजन भवन को युवाओं के भविष्य के लिए बनाया गया था, आज वह निष्क्रिय पड़ा है। हमारी सरकार के समय युवा नियोजनालय में रजिस्ट्रेशन कराते थे और नौकरियों की भर्ती इसी माध्यम से होती थी। आज न तो नियुक्तियां हो रही हैं और न ही युवाओं को कोई दिशा मिल रही है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार सरकार के 45 विभागों में करीब 5 लाख पद खाली हैं, लेकिन सरकार युवाओं को नियुक्ति देने के बजाय टाल-मटोल कर रही है।
अगर सरकार नौकरियां नहीं दे सकती तो सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। पटना के अलावा कांग्रेस और युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, गया, औरंगाबाद, सासाराम, सुपौल, कटिहार, भागलपुर, सीतामढ़ी, बक्सर, बेगूसराय, समस्तीपुर, खगड़िया, वैशाली, अररिया, मधुबनी, सारण, भोजपुर, पूर्णिया, सिवान समेत राज्य के विभिन्न जिलों में भी विरोध प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों का उद्देश्य युवाओं में व्याप्त बेरोजगारी, बढ़ते पलायन और सरकारी उदासीनता के खिलाफ जन-जागरण करना था। कांग्रेस नेताओं ने साफ किया कि यह आंदोलन आगे भी तब तक जारी रहेगा जब तक युवाओं को रोजगार नहीं मिलता। प्रदर्शन के कुछ ही घंटे बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की चौथी बैठक भी आयोजित हुई, जिसमें बेरोजगारी जैसे अहम मुद्दों पर रणनीति तय करने की संभावना जताई गई।