बिहार विधान परिषद् के उप-निर्वाचन के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रत्याशी ललन प्रसाद को मैदान में उतारा है। गुरुवार को ललन प्रसाद ने अपना नामांकन बिहार विधान सभा सचिवालय के कार्यालय में दाखिल किया। इस अवसर को विशेष बनाने के लिए एनडीए के कई प्रमुख नेता और मंत्री उपस्थित थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी उपस्थिति से इस नामांकन को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया। उनके साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद थे। इसके अलावा, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, लघु जल संसाधन मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, और मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री रत्नेश सादा भी उपस्थित थे। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी सहित एनडीए के अन्य प्रमुख नेता और जनप्रतिनिधिगण ने ललन प्रसाद के प्रति समर्थन व्यक्त किया। ललन प्रसाद के नामांकन के दौरान एनडीए की एकजुटता और सहयोग का स्पष्ट प्रदर्शन हुआ। यह अवसर न केवल राजनीतिक एकता का प्रतीक था, बल्कि एनडीए की आगामी चुनावी तैयारियों का संकेत भी था। नेताओं ने अपने वक्तव्यों में ललन प्रसाद को एक सक्षम और योग्य उम्मीदवार बताते हुए उनके पक्ष में जनता का समर्थन मांगा। इस प्रकार, बिहार विधान परिषद् के इस उप-निर्वाचन में एनडीए ने अपने समर्थन और विश्वास के साथ ललन प्रसाद को प्रत्याशी बनाकर अपनी रणनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया।