बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को लेकर चल रहे विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। हाल ही में बीपीएससी की परीक्षा प्रक्रिया और परिणामों को लेकर कई छात्रों ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें धांधली और गड़बड़ी की बातें सामने आई हैं। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में पारदर्शिता की कमी है, और उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता चिराग पासवान, जो दिल्ली से लौटने के बाद सीधे राज्यपाल से मिलने पहुंचे, ने इस मामले पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने छात्रों के हितों के लिए अपनी आवाज उठाई और कहा कि केंद्र सरकार इस मामले पर गहरी नजर बनाए हुए है। साथ ही, उन्होंने छात्रों को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने और न्याय की उम्मीद रखने का संदेश भी दिया।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने यह स्पष्ट किया कि यह मामला गंभीर है और केंद्र सरकार की पूरी समर्थन है। अब यह देखना होगा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर इस मामले को कैसे सुलझाते हैं और क्या छात्रों को उनकी मांगों के मुताबिक न्याय मिलेगा। छात्रों का गुस्सा और उनके सवाल सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन चुके हैं, और इस मुद्दे का समाधान राज्य और केंद्र सरकार के लिए एक अहम परीक्षा साबित हो सकता है।