बिहार में विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर पटना विश्वविद्यालय के एनआईटी कैम्पस, दरभंगा हाउस, पटना महाविद्यालय, भूगोल विभाग, जंतु विज्ञान विभाग, वनस्पति विज्ञान विभाग, गणित विभाग, रसायनशास्त्र विज्ञान विभाग में पक्षियों तथा जानवरों के पानी तथा दाना की व्यवस्था की गई। इसके लिए विश्विद्यालय तथा महाविद्यालयों के परिसर में दानाघर तथा पानी के लिए सकोरा लगाया गया। मौके पर छात्रों ने पर्यावरण को बचाने का संकल्प भी लिया। एनवायरनमेंट वारियर्स के निदेशक निशांत रंजन ने कहा कि वैसे तो सालों भर पशु-पक्षियों को जल की आवश्यकता होती है लेकिन गर्मियों में पशु-पक्षियों के समक्ष पानी की बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाती है। पिछले वर्ष बढ़ते तापमान के कारण कई स्थानों पर पक्षियों के डिहाइड्रेशन होने के कारण गिरने की घटना सामने आई थी, जिसकी वजह से कई पक्षियों ने अपनी जान गंवाई थी। इसी समस्या के समाधान के लिए हमारी टीम ने पटना विश्वविद्यालय परिसर तथा राष्ट्रीय प्रौधोगिकी संस्थान, पटना में 100 तथा अन्य क्षेत्र में 100 पानी के सकोरे एवं दाना घर लगाने का कार्य कर रही है। इसका शुभारंभ विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर पटना विश्विद्यालय कैम्प्स से किया गया।
इस कार्य का नेतृत्व ऋषि कांत आर्य, निश्चल कुमार, प्रियांशु रंजन, प्रिया सिंह के साथ मिल कर रहे है। मौके पर टीम की अध्यक्ष अदिति रॉय, दिग्विजय कुमार आदि उपस्थित थे। वहीं, हमारी गौरैया के संयोजक संजय कुमार ने कंकड़बाग में बच्चों से पानी का सकोरा पक्षियों के लिए रखवाया और रोज पानीरखने का वायदा करवाया।