
बिहार : बिहार के मुजफ्फरपुर में मासूम बच्ची के साथ बलात्कार और मौत मामले में बवाल बढ़ता ही जा रहा है। विपक्ष के नेता लगातार इस मामले पर नीतीश सरकार के खिलाफ हमला बोल रहे हैं। बिहार प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भी प्रदर्शन किया। कांग्रेस के नेता हाथों में झंडा लेकर सड़क पर उतर गए और बच्ची की मौत के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने कहा कि बिहार के ‘कुशासन काल’ में जो दलित बेटी के साथ हुआ, वो सिर्फ़ एक अपराध नहीं है। यह पूरे समाज और सिस्टम पर एक गहरा कलंक है। सीएम नीतीश कुमार को इस पर जवाब देना चाहिए और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय अपना इस्तीफा दें। वहीं बिहार कांग्रेस प्रभार कृष्णा अल्लावरू ने कहा कि पटना की सड़कों पर बिहार कांग्रेस और युवा कांग्रेस के साथ खड़ी है।
बिहार की बेटी को इंसाफ़ दिलाने की इस लड़ाई में पूरा कांग्रेस परिवार हर क़दम पर शामिल है। इधर, इस मामले को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग बेटी के साथ दरिंदगी और फिर इलाज़ में हुई लापरवाही बेहद शर्मनाक है। अगर समय पर इलाज़ मिला होता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। लेकिन डबल इंजन सरकार ने सुरक्षा तो दूर, जीवन रक्षा में भी घोर लापरवाही बरती। पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक हम चुप नहीं बैठेंगे। दोषियों और लापरवाह अफसरों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए।
अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले की तीखी आलोचना की है। आयोग (NCW) की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने इस मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन और जिम्मेदारों पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और कड़ी निंदा की है। उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) को निर्देश दिया है कि मामले की पूरी और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाए। साथ ही अस्पताल अधिकारियों और पुलिस की भूमिका की भी जांच की जाए। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। आयोग ने तीन दिन के अंदर इस मामले की रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है। इधर, पुलिस मुख्यालय की ओर से मुजफ्फरपुर पुलिस को जल्द से जल्द इस मामले का उद्भेदन करने का निर्देश दिया गया है।