पटना : पटना में कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे हैं। पटना के दो बड़े अस्पताल में कोविड केस सामने आने के बाद अब चार और नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें से आईजीआईएमएस की महिला डॉक्टर भी शामिल हैं। इस तरह से कुछ संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है। इससे पहले 27 व 28 मई को पटना में ही एक डॉक्टर और दो नर्स समेत छह लोग पॉजिटिव हो गए थे। संक्रमित पाए गए इन सभी में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण दिखे। डॉक्टरों ने इन्हें कोरोना जांच की सलाह दी।
जांच करवाने पर सभी कोविड पॉजिटिव पांए गए। मामले में सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पैनिक न हो, कोविड गाइडलाइन का पालन करें। इधर, कोरोना के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पटना के भी सरकारी अस्पतालों में एक साथ 31 मई को मॉक ड्रिल चलाया। बताया जा रहा है कि सरकारी के साथ-साथ 92 निजी अस्पतालों में कोरोना जांच की शुरू हो गई है। वहीं भी सभी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट को दुरुस्त किया जा रहा है। पीएमसीएच आठ हजार किलोलीटर का ऑक्सीजन प्लांट लगने जा रहा है। फिलहाल अभी 1800 बेड के लिए दो हजार किलोलीटर का ऑक्सीजन प्लांट लगा हुआ है।
सिविल सर्जन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पैनिक न हो। होम आइसोलेशन में रहें। आपके संपर्क में कौन-कौन लोग आएं हैं, उन्हें भी सतर्क रहने को कहें। कोविड संक्रमण को देखते हुए सतर्कता जरूर बरतें और आसपास के लोगों को भी जागरूक करें। अगर आपके घर या आसपास कोई संक्रमित हो तो उसे होम आइसोलेट कर दें। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि नए वेरिएंट का असर हल्का है। लेकिन गंभीर रोगी और कमजोर इम्यूनिटी के रोगी पर असर कर रहा है। हालांकि पटना में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, वह डराने वाला है। हालांकि, एक्सपर्ट का कहना है कि डरने की नहीं बल्कि सावधान रहने की जरूरत है। हर हाल में कोविड गाइडलाइन का पालन करें।