रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स की रणनीति से हैरान ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आता कि एमएस धोनी निचले क्रम में बल्लेबाजी क्यों कर रहे हैं। 197 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सीएसके को 50 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा। वॉटसन को यह भी लगता है कि कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ को पारी की शुरुआत करनी चाहिए थी। रविचंद्रन अश्विन को धोनी से पहले भेजा गया। वह खुद नौवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। उन्होंने आरसीबी के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 16 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए, लेकिन यह प्रयास बेकार गया क्योंकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी। धोनी के क्रीज पर आने से पहले ही मैच लगभग खत्म हो चुका था। वॉटसन ने कहा, ‘यही वह चीज है जिसे देखने के लिए सीएसके के फैंस आते हैं, धोनी की 16 गेंदों पर 30 रन की पारी।’ वॉटसन ने कहा, ‘मुझे उन्हें बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आते देखना बहुत अच्छा लगता। मेरी राय में उन्हें अश्विन से पहले बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। खेल की स्थिति को देखते हुए धोनी इसी तरह 15 और गेंदों तक खेल सकते थे। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने लगातार दिखाया है कि वह अभी भी शानदार बल्लेबाजी कर सकते हैं। मेरा मानना है कि उन्हें बल्लेबाजी क्रम में ऊपर लाया जाना चाहिए ताकि हम उनकी पूरी ताकत देख सकें।’ धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पिछले संस्करण में भी निचले क्रम में बल्लेबाजी की थी।
शुक्रवार की रात को कप्तान गायकवाड़ के नंबर तीन पर चार गेंदों पर शून्य पर आउट होने के कारण सीएसके का शीर्ष और मध्य क्रम चरमरा गया। वॉटसन ने कहा, ‘राहुल त्रिपाठी को ओपनिंग के लिए भेजने जैसे कुछ फैसले देखकर निराश हूं। ऋतुराज गायकवाड़ एक बेहतरीन ओपनर हैं, फिर भी उन्हें बाद में आना पड़ा। यहां तक कि ऋतुराज ने जो शॉट खेले, उनमें से एक जिसमें उन्होंने हेजलवुड के खिलाफ खुद को जगह देकर ऑफसाइड में मारने की कोशिश की, वह भी गलत था।’ वॉटसन ने कहा, ‘आमतौर पर, ऋतुराज मैदान पर खड़े रहने में विश्वास रखते हैं और स्ट्राइक रोटेट करते हैं, लेकिन उनके उस शॉट से पता चला कि वह दबाव में थे। दीपक हुड्डा फिलहाल खेलने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने हर एक गेंद ऐसे खेली जैसे वह बचने की कोशिश कर रहे हों। नंबर पांच पर सैम करन से बल्लेबाजी कराना भी गलत फैसला था। मैं उन्हें नंबर सात बल्लेबाज के रूप में देखता हूं। अभी सीएसके ने टीम संयोजन सही नहीं बनाए हैं और उन्हें कुछ बदलाव करने की आवश्यकता है। यदि वे इसी बल्लेबाजी क्रम के साथ बने रहते हैं, तो यह रिस्क होगा।’ वॉटसन और आकाश चोपड़ा दोनों ने 43 साल की उम्र में भी धोनी के कीपिंग कौशल की सराहना की। वॉटसन ने कहा, ‘विकेटकीपिंग के नजरिए से धोनी अभी भी पहले की तरह ही फुर्तिले हैं। एक पल में गिल्लियां बिखेर देते हैं। इससे मुझे पता चलता है कि उनका खेल अभी भी बढ़िया है और वह पूरी तरह तैयार हैं।
वहीं, आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘अगर CSK ने धोनी को पहले भेजा होता, तो उनके पास जीत की बेहतर संभावना होती। बेशक, दर्शकों ने शुक्रवार रात धोनी की छोटी पारी देखी, लेकिन उन्हें बहुत पसंद आया होगा। अगर माही पहले आते तो CSK के पास जीत का मौका होता।’ चोपड़ा ने यह भी बताया कि धोनी को क्या अलग बनाता है। उन्होंने कहा, ‘शानदार विकेटकीपिंग! खेल में सबसे तेज हाथ। जब हम विकेट के पीछे गति की बात करते हैं, तो धोनी अब भी उसकी परिभाषा हैं। हम हमेशा कहते हैं कि घर पर ऐसा करने की कोशिश मत करो क्योंकि धोनी जो भी करते हैं वह वास्तव में अनूठा है। दुनिया में केवल एक ही खिलाड़ी है जो इस तरह की स्टंपिंग इतनी सटीकता से कर सकता है और वह एमएस धोनी हैं।’ सीएसके ने अब तक एक मैच जीता है और एक हारा है। उनका अगला मुकाबला रविवार को गुवाहाटी में राजस्थान रॉयल्स से होगा।