बिहार में पेपर लीक के लगातार बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से बिहार के शिक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. इस गंभीर मुद्दे पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने एक बड़ा बयान दिया है, उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर लीक की घटनाओं के पीछे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लोगों का हाथ है.
आपको बता दें कि विजय सिन्हा ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “राजद के लोग जानबूझकर शिक्षा व्यवस्था को बदनाम करने और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं. पेपर लीक की घटनाएं एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा हैं, जिसका मकसद सरकार की छवि खराब करना है.
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार इस मामले कि जांच बेहद गंभीरता से कर रही है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. विजय सिन्हा ने छात्रों और उनके अभिभावकों से अपील की कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और परीक्षा की तैयारी में जुटे रहें.
ये सोचने वाली बात है कि, हाल के दिनों में बिहार में सरकारी परीक्षाओं के पेपर लीक होने के कई मामले सामने आए हैं. इसने न केवल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि छात्रों में भी निराशा फैल गई है. हर साल लाखों छात्र सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा देते हैं, लेकिन पेपर लीक जैसी घटनाएं उनकी मेहनत पर पानी फेर देती हैं.
विजय सिन्हा के इस बयान पर राजद ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. आपको बता दें कि इसपर राजद प्रवक्ता ने कहा कि उपमुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कर्तव्यों को निभाने में असफल हो रहे हैं, और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए विपक्ष पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह दोषियों को पकड़ने और इस समस्या का समाधान निकालने पर ध्यान केंद्रित करें.
राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है, जो पेपर लीक की घटनाओं की जांच करेगी. प्रशासन ने यह भी घोषणा की है कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बिहार में पेपर लीक की घटनाएं एक गंभीर समस्या बन गई हैं, जिससे छात्रों और उनके अभिभावकों का भरोसा अब डगमगा रहा है. अब देखना होगा कि सरकार इस समस्या से निपटने में कितनी सफल होती है.