प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने मांग की है कि इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए और कुंभ मेले की विभिन्न व्यवस्थाएं सेना को सौंपी जाएं.
इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पलटवार करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने सनातन धर्म के खिलाफ साजिश रची थी और चाहते थे कि महाकुंभ में कोई बड़ा हादसा हो। लेकिन प्रशासन की सतर्कता से विपक्ष की यह साजिश नाकाम रही.
“साजिश करने वालों को बेनकाब किया जाएगा” – सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और सपा के नेता झूठे आरोप लगाकर सनातन धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को शर्मनाक बताया और कहा कि विपक्ष लगातार महाकुंभ को बदनाम करने में लगा हुआ है.
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि 29 जनवरी की घटना की गहराई से जांच की जाएगी और साजिशकर्ताओं को बेनकाब किया जाएगा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि पिछले आठ सालों की तरह इस बार भी प्रदेश में अपराधियों को सजा मिलेगी.
“हमने हरसंभव प्रयास किए, घायलों को त्वरित इलाज मिला”
मुख्यमंत्री ने कहा कि जान-माल की क्षति की भरपाई नहीं हो सकती, लेकिन सरकार ने राहत और बचाव कार्यों में कोई कमी नहीं छोड़ी. उन्होंने बताया कि मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमों ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया। साथ ही, सरकार ने मुआवजे की भी घोषणा की.
योगी आदित्यनाथ ने आगे बताया कि बीते 22 दिनों में 38 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में आए हैं और अगले 22-23 दिनों में इससे भी ज्यादा लोगों के आने की संभावना है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की साजिश कभी सफल नहीं होगी और सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.