अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के लिए तैयार हैं, और इस मौके पर भारत को भी आमंत्रित किया गया है. आपको बता दें की यह समारोह 20 जनवरी को वॉशिंगटन डीसी में आयोजित किया जाएगा, जिसमें दुनियाभर से कई प्रमुख नेता शामिल होंगे. भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस कार्यक्रम में भाग लेंगे.
ये निमंत्रण भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों का उद्दाहरण है. ट्रंप के शासन के दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी में वृद्धि देखी गई थी. उनके कार्यकाल में रक्षा, व्यापार, और ऊर्जा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण समझौते हुए थे. ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच व्यक्तिगत संबंध भी चर्चा का विषय रहे हैं, जिसने दोनों देशों के रिश्तों को नई मजबूती दी थी.
जयशंकर की इस यात्रा को कूटनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस समारोह में भारत की भागीदारी अमेरिका के साथ मजबूत होते रिश्तों का संकेत है. यह यात्रा भारतीय कूटनीति के लिए कई नए अवसर भी ला सकती है, खासकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग को लेकर.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जयशंकर अमेरिकी अधिकारियों और अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. संभावना है कि इन बैठकों में व्यापार, रक्षा सहयोग, और वैश्विक चुनौतियों जैसे जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद पर चर्चा होगी. यह निमंत्रण भारत की बढ़ती वैश्विक उपस्थिति और कूटनीतिक प्रभाव का प्रमाण है.