नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इन पर नक्सलियों और अन्य अपराधियों को अवैध हथियार सप्लाई करने का आरोप है। यह जानकारी शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में दी गई। चारों आरोपी विकास कुमार, सत्यम कुमार, देवमणि राय और अहमद अंसारी पहले ही स्थानीय पुलिस द्वारा आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किए जा चुके हैं। NIA के अनुसार, ये आरोपी मई पिछले साल से जांच के दायरे में थे और इन लोगों ने नक्सलियों और अपराधियों तक प्रतिबंधित हथियारों की अवैध तरीके से खरीद-फरोख्त और तस्करी की साजिश रची और उसमें सक्रिय रूप से शामिल भी थे। NIA ने बताया है कि इन आरोपियों ने हथियार खरीदने के लिए फंड इकट्ठा किया और उसका इस्तेमाल भी किया। यह सब एक साजिश के तहत किया गया था, जिसका मकसद देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाना था।
गुरुवार को पटना की NIA स्पेशल कोर्ट में दाखिल की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट में चारों आरोपियों पर IPC की धारा 120B और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून UAPA की धाराएं 13 और 18 के तहत केस दर्ज किया गया है। यह मामला बिहार के मुजफ्फरपुर में AK-47 राइफल की बरामदगी से जुड़ा है। NIA के मुताबिक, 7 मई 2024 को मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने विकास और सत्यम के पास से AK-47 राइफल का बट और एक राइफल लेंस बरामद किया था। जांच में दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने एक AK-47 राइफल और 5 जिंदा कारतूस देवमणि राय उर्फ अनीश को दिए थे, जो फकुली थाना क्षेत्र के मनकौली गांव का रहने वाला है। बाद में देवमणि के घर की तलाशी में राइफल और कारतूस बरामद कर लिए गए। इन तीनों के साथ-साथ अहमद अंसारी को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।