हरियाणा के तरावड़ी गांव में एक दूल्हे ने समाज के लिए एक मिसाल कायम की है. दहेज़ का विरोध कर ससुराल वालों से शगुन के नाम पर बस 1 रुपया और नारियल लेकर रचाई शादी और दुल्हन को विदा कर ले आए आपने साथ. और यह खबर न केवल गाँव में बल्कि सोशल मीडिया के जरिए पुरे देश में फ़ैल गई है, लोग दुल्हे राजा के इस सोच की खूब सराहना कर रहें हैं. आपको बता दे की दूल्हा गांव पधाणा का रहने वाला है जिसका नाम शमशेर सिंह कश्यप है, जो की महिला सशक्तिकरण के प्रदेशाध्यक्ष है. आपको बता दे की शमशेर सिंह बीए पास हैं और निगदू क्षेत्र के गांव के एक मजदूर की बेटी जो खुद भी बीए पास है, उसके साथ शादी रचा ली. विवाह के दौरान दुल्हे रजा शगुन के रूप में बस एक रूपए और एक नारियल लेकर पुरे समाज में एक मिशाल कायम की है. दरअसल समशेर सिंह जिले के कई धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं में काम करते है और हमेशा से ही लड़कियों को उच्च शिक्षा दिलाने के साथ ही साथ महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति हमेशा से जागरूक करते रहे हैं. शमशेर अपने आम दिनों की ज़िन्दगी में भी भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा और नशे जैसी चीजों का विरोध समाज में करते रहते हैं. महिला सशक्तिकरण के प्रदेशाध्यक्ष शमशेर सिंह कश्यप के पिता राजकुमार कश्यप भी अपने बेटे पर गर्व महसूस करते हुए कहते हैं की मेरे बेटे ने एक शिक्षित महिला से विवाह किया है तो यही मेरे लिए सबसे बड़ा दहेज़ है. ये घटना पुरे समाज के लिए प्रेरणा लेने वाली बात है. इस बात से ये सिखने को मिलता है की समाज के लिए शिक्षा कितनी जरुरी है और एक शिक्षित परिवार समाज में कितना सधार ला सकता है.