कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले में पीड़िता के पिता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने सबूतों से छेड़छाड़ की प्रक्रिया का नेतृत्व किया है।
पीड़िता के पिता ने बताया कि उन्होंने हाईकोर्ट में मामला दर्ज कराया है और 54 सवाल प्रस्तुत किए हैं, जिनके उत्तर अदालत को देने हैं ताकि उनकी बेटी को न्याय मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी के दुष्कर्म और हत्या में कई लोग शामिल हैं, और सबूतों से छेड़छाड़ में भी कई लोग संलिप्त हैं।
पीड़िता के पिता ने दावा किया कि पुलिस ने जांच के लिए डॉग स्क्वॉड को बुलाया था, लेकिन अब तक उनकी कोई रिपोर्ट उन्हें नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि उन्हें अदालतों पर भरोसा है और न्यायालय निष्पक्ष रूप से कार्य कर रही है।
पीड़िता की वकील करुणा नंदी ने बताया कि आरोपी ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अभिजीत मंडल और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार हुए 180 दिन हो चुके हैं। अभिजीत मंडल को, जिस पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप था, 90 दिन बाद बिना किसी सख्त शर्तों के मात्र 2000 रुपये की जमानत दे दी गई।
करुणा नंदी ने कहा कि उन्होंने पहले ही हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसमें कलकत्ता हाईकोर्ट से सीबीआई जांच की निगरानी की मांग की गई थी। उनका मानना है कि अदालत और सीबीआई के संयोजन से मजबूत चार्जशीट तैयार की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन देने के बाद चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) ने उस आवेदन को मंजूरी दे दी है, जिससे अब वे कलकत्ता हाईकोर्ट में अपनी याचिका के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
इस घटना को लेकर यह अफवाह फैली थी कि उन्होंने नई जांच की मांग की थी और उनकी याचिका खारिज कर दी गई थी, जो कि असत्य है।
गौरतलब है कि 31 वर्षीय प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की 9 अगस्त 2024 को ऑन-ड्यूटी के दौरान कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया था।