भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बुधवार रात की गई एयर स्ट्राइक में कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। सेना की इस कार्रवाई को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, सेना ने हमारा मस्तक उंचा किया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने सटीकता, सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई की। हमने जो लक्ष्य तय किए थे, उन्हें सही समय पर सटीकता के साथ ध्वस्त किया। 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 50 बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के उद्घाटन के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जैसा कि आप सबको जानकारी है कि कल रात भारतीय सेनाओं ने अपने शौर्य एवं पराक्रम का परिचय देते हुए एक नया इतिहास लिख दिया है। भारत की सेना ने सटीकता, सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ करवाई की है। हमने जो लक्ष्य तय किये थे, उन्हें ठीक तय योजना के अनुसार सटीकता से ध्वस्त किया है। किसी भी नागरिक ठिकाने नागरिक जनसंख्या को जरा भी प्रभावित न होने की संवेदनशीलता दिखाई है।
यानि एक तरीके की सटीकता, सतर्कता और मानवता सेना ने दिखाई है। जिसके लिए मैं हमारे सेना के जवानों और अधिकारियों को पूरे देश की ओर से साधुवाद देता हूं। सेना को संपूर्ण सम्बल प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को भी साधुवाद देता हूं। हमने हनुमान जी के उस आदर्श का पालन किया है, जो उन्होंने अशोक वाटिका उजाड़ते समय किया था ‘‘जिन मोहि मारा, तिन मोहि मारे’’अर्थात केवल उन्हीं को मारा जिन्होंने हमारे मासूमों को मारा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सेनाओं ने, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च करके, पहले की तरह ही, इस बार भी, आतंकियों को ट्रेनिंग देने वाले कैंपों को तबाह करके करारा जवाब दिया है। भारत ने हमलों के जवाब में अपना ‘राइट टू रिस्पॉन्स’ का इस्तेमाल किया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि,हमारी यह कार्रवाई, बेहद सोच-समझकर, सधे हुए तरीके से की गई है आतंकियों के हौंसले पस्त करने के उद्देश्य से, यह कार्रवाई, महज उनके कैंपो और अन्य संरचनाओं तक ही सीमित रखी गई हैI मैं पुनः, हमारी सशस्त्र बलों के शौर्य को नमन करता हूँ।
उन्होंने कहा, आज जम्मू कश्मीर, डूब क्षेत्र, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में कई परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है। देखने में तो यह सभी भौतिक अवसंरचनाएं हैं, लेकिन मैं उदाहरण सिर्फ भौतिक अवसंरचना ही नहीं छोड़ता। हमें जो तारें दिखती हैं, जो पुलदिखाई देते हैं, वो सिर्फ दो जगहों को जोड़ने वाले नहीं होते हैं, बल्कि वो लोगों के तारों को जोड़ने वाले होते हैं। इन परियोजनाओं से, राष्ट्रीय सुरक्षा को तो सूचीबद्ध किया जाता है, साथ ही यह परियोजनाओं को, सभी क्षेत्रों में, आर्थिक समृद्धि को भी बढ़ावा दिया जाता है। ये परियोजनाएं, इन क्षेत्रों में, परिवहन, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगी, जिससे निश्चित रूप से यहां के निवासियों की आय में वृद्धि होगी, उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा और इन क्षेत्रों में समृद्धि आएगी।