नई दिल्ली: अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में पिछले दो दशकों में सुधार कार्यों से जुड़े एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान, गांधी नगर के महात्मा मंदिर में 5,536 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमें अपने देश के ब्रांड पर गर्व करना चाहिए। हमें मेड इन इंडिया पर गर्व करना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि हम अपनी जरूरत की ज्यादातर चीजों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहे हैं। पर ये चीजें अब देश में ही उपलब्ध हैं। हमारी जरूरत की 90% से अधिक और अच्छी चीजें देश में ही उपलब्ध हैं। हमें उनका इस्तेामल करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे याद है कि हमने छठे से पांचवें स्थान पर पहुंचने का जश्न मनाया था। यह क्षण विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, क्योंकि हमने उसी देश को पीछे छोड़ दिया, जिसने 250 वर्षों तक हम पर शासन किया।
अब, जब हम चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं, तो तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का दबाव बढ़ रहा है। उससे भी अधिक दृढ़ संकल्प की जरूरत है। यह देश अब इंतजार नहीं करना चाहता। अगर कोई सुझाव देता है कि हमें धैर्य रखना चाहिए, तो आप आवाजें सुन सकते हैं कि ‘मोदी है तो मुमकिन है।’ इसलिए हमारा स्पष्ट लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।’ पीएम मोदी ने ने कहा कि 2014 में 26 मई को मुझे पहली बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने का अवसर मिला। उस समय, भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें स्थान पर थी। इस दौरान हमने कोरोना से लड़ाई लड़ी, पड़ोसियों से भी मुसीबतें झेलीं। प्राकृतिक आपदा भी झेली इसके बावजूद इतने कम समय में हम 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था से चौथे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने में कामयाब रहे। पीएम ने कहा कि हम विकास चाहते हैं, प्रगति चाहते हैं। पीएम ने कहा, “हमारा लक्ष्य है… 2047 में हिंदुस्तान को विकसित होना ही चाहिए। हम आजादी के 100 साल ऐसे मनाएंगे कि दुनिया में विकसित भारत का झंडा फहरता रहेगा।”