प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत और अमेरिका के रिश्तों को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका को फिर से महान बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, उसी तरह भारत ने भी 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका मिलकर पूरी दुनिया को नया आकार दे सकते हैं। उनका मानना था कि दोनों देशों के सहयोग से वैश्विक समृद्धि और शांति को बढ़ावा दिया जा सकता है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एक नया नारा भी पेश किया, जिसमें उन्होंने ट्रंप के प्रसिद्ध नारे “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” (MAGA) को भारतीय संदर्भ में परिवर्तित किया। उन्होंने कहा, “अमेरिका के लोग राष्ट्रपति ट्रंप के नारे ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ से अच्छी तरह वाकिफ होंगे, वही भारत भी 2047 तक विकसित भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। इसे अगर अमेरिकी भाषा में कहा जाए तो यह ‘मेक इंडिया ग्रेट अगेन’ (MIGA) है। जब भारत और अमेरिका मिलकर काम करेंगे, तो MAGA और MIGA मिलकर समृद्धि की मेगा साझेदारी बना सकते हैं। यह मेगा भावना ही हमारे उद्देश्यों को नया आयाम देगी।”
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के व्यापार संबंधों को लेकर भी महत्वपूर्ण बातें साझा की। उन्होंने बताया कि भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की टीमें जल्द ही एक व्यापार समझौते पर काम करेंगी, जो दोनों देशों के लिए पारस्परिक रूप से फायदेमंद होगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए तेल और गैस व्यापार को मजबूत किया जाएगा और ऊर्जा क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ेगा। साथ ही, परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग को और गहरा करने की बात की गई, जिसमें छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों का उल्लेख किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और अमेरिका के रक्षा संबंधों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत की रक्षा तैयारियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और दोनों देशों के बीच रणनीतिक और भरोसेमंद साझेदारी को मजबूत किया जा रहा है। संयुक्त विकास, संयुक्त उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की दिशा में दोनों देश सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं, जिससे उनकी रक्षा क्षमता में वृद्धि होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2024 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 129 अरब डॉलर का रहा, और इस साल के दौरान अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार बनकर उभरा। हालांकि, अमेरिका के लिए भारत 10वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है। अमेरिका का सबसे ज्यादा व्यापार मेक्सिको, कनाडा और चीन के साथ होता है। 2024 में अमेरिका ने भारत से 45 अरब डॉलर का सामान आयात किया, जबकि भारत ने अमेरिका से लगभग 24 अरब डॉलर का सामान आयात किया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है। इस व्यापार घाटे के कारण राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर टैरिफ बढ़ाने की बात की है, जो व्यापार संबंधों पर प्रभाव डाल सकता है।