भारत ने अपनी समुद्री ताकत में बड़ा इजाफा करते हुए परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल का INS अरिघाट से सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण भारत की रक्षा क्षमताओं को नई ऊंचाई पर ले जाता है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद खास है। वहीं भारतीय सेना ने परमाणु हमला करने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का आज सफल परीक्षण किया है। भारत ने परमाणु-सक्षम 3,500 किलोमीटर रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइल को INS अरिघाट पनडुब्बी से लॉन्च किया। भारतीय नौसेना ने हाल ही में शामिल की गई परमाणु पनडुब्बी INS अरिघाट से 3,500 किलोमीटर की क्षमता वाली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, परीक्षण के परिणामों का विश्लेषण किया जा रहा है, जिसके बाद संबंधित अधिकारी शीर्ष सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व को जानकारी देंगे। यह परीक्षण देश की दूसरी-हमलावर क्षमता को प्रमाणित करने के लिए महत्वपूर्ण है। दरअसल, इससे भारत को सेकेंड स्ट्राइक की क्षमता मिल जाती है। इसका मतलब है कि अगर जमीन पर स्थिति ठीक नहीं है, तो समंदर से ही सबमरीन की मदद से हमला किया जा सकता है। बता दें कि भारत का नियम है कि वो कभी भी पहले परमाणु हमला नहीं करेगा, लेकिन अगर उस पर हमला होता है तो वो छोड़ेगा भी नहीं। इस मिसाइल की 4000 किलोमीटर की रेंज है जो नौसेना के लिए बहुत जरूर साबित होती है। भारतीय नौसेना ने अगस्त में विशाखापत्तनम स्थित शिप बिल्डिंग सेंटर में पनडुब्बी को शामिल किया था। सूत्रों ने कहा कि मिसाइल के पूर्ण-सीमा परीक्षण से पहले, DRDO ने पानी के नीचे के प्लेटफार्मों से दागी जाने वाली मिसाइल के प्रक्षेपण के व्यापक परीक्षण किए थे। DRDO और भारतीय नौसेना की यह साझेदारी भारत को सामरिक रक्षा के क्षेत्र में शीर्ष स्थान दिलाने में मदद करेगी।