नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिसे खारिज कर दिया गया है। विपक्ष द्वारा लाए गए इस अविश्वास प्रस्ताव को सदन में पेश करने की अनुमति नहीं मिली। राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी ने अपने फैसले में कहा कि यह प्रस्ताव संवैधानिक संस्थाओं और मौजूदा उपराष्ट्रपति को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है। 10 दिसंबर को 60 से अधिक विपक्षी सदस्यों ने इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें उपराष्ट्रपति पर पक्षपातपूर्ण होने का आरोप लगाया गया था। हालांकि, नोटिस खारिज होने के बाद सदन में इस पर बहस नहीं हो सकेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटनाक्रम विपक्ष और सरकार के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है।