देश ने 26 जनवरी 2025 को 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर एक बार फिर अपनी ताकत, एकता और विविधता का अद्भुत नजारा प्रस्तुत किया. कर्तव्य पथ जो पहले ‘राजपथ” के नाम से जाना जाता था, पर आयोजित भव्य परेड ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया.
देश की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन
बता दें कि कर्तव्य पथ पर देश की तीनों सेनाओं ने अपनी सैन्य ताकत का दमदार प्रदर्शन किया. अत्याधुनिक हथियारों, स्वदेशी मिसाइलों और युद्धक टैंकों ने भारत की रक्षा क्षमताओं का परिचय दिया. “अर्जुन” टैंक, “तेजस” फाइटर जेट और “ब्रह्मोस” मिसाइल की झलक ने दुनिया को भारत के आत्मनिर्भरता और प्रौद्योगिकी में बढ़ते कदमों का संदेश दिया. इसके साथ ही महिला अफसरों की टुकड़ियों ने परेड में हिस्सा लेकर देश की प्रगति में महिलाओं के बढ़ते योगदान को रेखांकित किया.

संस्कृति और परंपरा का अनूठा संगम
भारत की विविधता को दर्शाने वाले झांकियों ने कर्तव्य पथ पर अद्भुत छटा बिखेरी. उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक हर राज्य की झांकियों ने अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को जीवंत किया. इस साल उत्तर प्रदेश की झांकी में भगवान राम की अयोध्या नगरी और राम मंदिर निर्माण की झलक दिखी, जो दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बनी. वहीं, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक की झांकियों ने “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को मजबूती से पेश किया.

शानदार एयर शो
परेड का सबसे रोमांचक हिस्सा भारतीय वायुसेना का एयर शो रहा. सूर्यकिरण और राफेल जैसे अत्याधुनिक विमानों ने आसमान में अद्भुत करतब दिखाए. तिरंगे के रंगों से सजा आसमान हर भारतीय के दिल में देशभक्ति का जोश भरने में सफल रहा.
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति का संदेश
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए संविधान के मूल्यों को बनाए रखने का आह्वान किया. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परेड के बाद अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत के महत्व को रेखांकित किया और युवाओं से देश की प्रगति में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की.
जनभागीदारी की झलक
परेड में स्कूली बच्चों के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और लोकनृत्यों ने समां बांधा. कर्तव्य पथ पर जुटी भारी भीड़ ने जोश और उत्साह के साथ देश के प्रति अपने गर्व और प्यार का प्रदर्शन किया.
इस गणतंत्र दिवस ने न केवल भारत की सैन्य और सांस्कृतिक ताकत का परिचय दिया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत अपनी विविधता में एकता के साथ प्रगति के पथ पर अग्रसर है.