शिमला: माैसम विभाग के अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश दर्ज की गई है। शिमला में सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे शहर में जगह-जगह सड़कों पर जलभराव हो गया। नाले उफान पर आ गए। कई जगह सड़कों व पैदल रास्तों पर मलबा जमा हो गया है। भारी बारिश के तेज हवाओं के चलते विद्यार्थियों, कर्मचारियों व अन्य लोगों को गंतत्व तक पहुंचने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ा। धर्मशाला में भी सुबह भारी बारिश हुई और कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि दर्ज की गई। उधर, प्रदेश की चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई है। ऊना जिले में गुरुवार देर रात रात मौसम ने अचानक से करवट बदली है। इस दौरान जिले के कई स्थानों पर अंधड़ के साथ बारिश हुई। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। शुक्रवार सुबह से ही जिले भर में अंधड़ चला। सोलन जिले में सुबह करीब 7:00 बजे से बारिश शुरू हुई। इससे मौसम ठंडा हो गया है। बारिश के चलते सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को आई। सुबह अभिभावकों को बच्चे बारिश में स्कूल छोड़ने पड़े।
हालांकि, इससे किसानों और बागवानों को राहत मिली है। नकदी फसलों के लिए बारिश की जरूरत थी। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 31 मई और 1 जून के लिए चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला जिले के कुछ क्षेत्रों में बारिश और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में 2 जून तक हल्की बारिश, ओलावृष्टि के आसार हैं। प्रदेश के कई भागों में 4 जून तक बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान है। कुल्लू। जिला कुल्लू में मौसम ने करवट लेते हुए किसानों को राहत दी है। रोहतांग दर्रा, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क व लाहौल की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी हुई है। जबकि जिला कुल्लू में भारी बारिश बारिश हुई। लाहौल के निचले इलाकों में भी बादल जमकर बरसे हैं। इससे आलू की बिजाई कर रहे किसानों के लिए संजीवनी बनी है।