केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में सड़क दुर्घटनाओं से जुड़ी चिंताओं पर गंभीर टिप्पणी की। उन्होंने स्वीकार किया कि सरकार द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में हताहतों की संख्या कम करने के लगातार प्रयासों के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। गडकरी ने कहा कि दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या के पीछे मुख्य कारण लोगों में न तो कानून का सम्मान है और न ही उसका डर। प्रश्नकाल के दौरान जवाब देते हुए गडकरी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए चार मुख्य कारक हैं: सड़क इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, कानून का सख्त प्रवर्तन, और लोगों की शिक्षा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि रेड सिग्नल तोड़ना, हेलमेट न पहनना, और यातायात नियमों का उल्लंघन करना आम समस्याएं हैं। उन्होंने खुलासा किया कि हर साल 30,000 लोगों की मौत सिर्फ इसलिए होती है क्योंकि वे हेलमेट नहीं पहनते। गडकरी ने अपनी व्यक्तिगत दुर्घटना का जिक्र करते हुए कहा, मैं खुद सड़क दुर्घटना का शिकार रहा हूं। महाराष्ट्र में विपक्ष का नेता रहते हुए एक दुर्घटना में मेरा पैर चार जगह से टूट गया था। इसीलिए इस मुद्दे को लेकर मैं बेहद संवेदनशील हूं।
उन्होंने इस बात पर दुख जताया कि कड़ी मेहनत और प्रयासों के बावजूद इस साल देश में सड़क दुर्घटनाओं में 1.68 लाख मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में यातायात नियमों का पालन करने की आदत डालने के लिए जुर्माने भी बढ़ाए गए हैं, लेकिन नियम तोड़ने का सिलसिला जारी है। बुधवार को उनके सामने ही एक कार ने ट्रैफिक सिग्नल तोड़ दिया। गडकरी ने इसे एक गंभीर समस्या बताते हुए कहा कि नियमों का पालन कराने के लिए सिर्फ सरकार ही नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधियों, मीडिया और समाज का भी सहयोग आवश्यक है। सड़क सुरक्षा की दिशा में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए गडकरी ने बताया कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट्स की पहचान की गई है। उन्होंने कहा, “हमने इन ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार कार्य के लिए 40,000 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय लिया है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के अनुसार, सड़क निर्माण में हुई गलतियों को सुधारने का काम जारी है। गडकरी ने इस मुद्दे पर गहरी चर्चा की आवश्यकता बताते हुए कहा कि सरकार सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनका कहना था कि यह समाज की जिम्मेदारी है कि वह कानून का सम्मान करे और यातायात नियमों का पालन करे, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली अनावश्यक मौतों को रोका जा सके।