पंजाब के किसान शनिवार को दिल्ली चलो पदयात्रा फिर शुरू करेंगे। उनकी मुख्य मांगों में एमएसपी की कानूनी गारंटी और कर्ज माफी शामिल हैं। 10 महीने के इस आंदोलन के तहत 101 किसानों का दल राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच करेगा। हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के कई इलाकों में शनिवार सुबह 6 बजे से 17 दिसंबर रात 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद करने का आदेश दिया है। प्रभावित इलाकों में डंगडेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, बड़ी घेल, छोटी घेल, लाहड़सा, देवीनगर समेत अन्य स्थान शामिल हैं। किसानों का यह दिल्ली कूच का तीसरा प्रयास है। इससे पहले पुलिस ने उनकी पदयात्रा को विफल कर दिया था। किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। दिल्ली की ओर बढ़ने के उनके पहले प्रयास को सुरक्षा बलों ने रोक दिया था। खनौरी बॉर्डर पर 18 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत गंभीर है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और पंजाब सरकार को निर्देश दिया है कि उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता दी जाए। अदालत ने कहा कि किसी व्यक्ति का जीवन आंदोलन से अधिक महत्वपूर्ण है। हरियाणा-पंजाब की सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। केंद्रीय अर्धसैनिक बल और हरियाणा पुलिस को तैनात किया गया है। प्रदर्शन संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले हो रहा है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि आंदोलन की सफलता के लिए सिख गुरुद्वारों में प्रार्थना की गई है। किसान अपनी मांगों पर अडिग हैं और संसद में अपनी शिकायतें उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गांधीवादी तरीके से आंदोलन जारी रखने का संकल्प भी दोहराया गया है।