भारत के मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन 15 दिसंबर को दुनिया से अलविदा कह गए. इस खबर की पुष्टि उनके परिजनों ने की है. जाकिर हुसैन को हृदय संबंधीत समस्या थी जिसके लिए उनको अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था और अपने इलाज़ के लिए जाकिर हुसैन अमेरिका में ही रह रहे थें आपको बता दे की उनको ब्लड प्रेशर की समस्या थी. उनके परिवार के मुताबिक उनको इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस की वजह से होने वाली परेशानि के कारण सोमवार को 73 साल की आयु में उनका निधन हो गया. आपको बता दे की जाकिर हुसैन पिछले 2 हफ़्तों से अस्पताल में भर्ती थें, और हालत ख़राब होने पर उनको ICU में भर्ती किया गया. उनके सवास्थ में गड़बड़ी के दौरान ही सोशल मीडिया पर उनके निधन की झूठी खबर वायरल हो रही थी, जिसका खंडन उनके परिवार वालों ने किया था. आपको बता दे की जाकिर हुसैन को अपने पुरे करियर में कुल 4 ग्रैमी पुरस्कार से नवाज़ा गया है, जिसमे से 3 पुरस्कार इस साल की शुरुआत में 66वें ग्रैमी अवार्ड्स में मिला था. अपने छह दशक के लंबे करीयर में जाकिर हुसैन बहुत ने कई प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ काम किया है. भारत के प्रसिद्ध संगीतकारों में से एक मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन की उपलब्धियों की बात करे तो उनको साल 1988 में उनको पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है. लाखों संगीत प्रेमियों के दिल पे राज करने वाले जाकिर हुसैन भले दुनिया से अलविदा कह गये पर उनकी स्मृतियाँ सभी के दिलों हमेशाअमर रहेंगी.