डोनाल्ड ट्रंप ने आज दूसरी बार संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। वॉशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल में आयोजित भव्य समारोह में उन्होंने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। यह ऐतिहासिक पल अमेरिका और दुनिया भर के लिए बेहद खास रहा। ट्रंप से पहले जेडी वेंस ने उप-राष्ट्रपति पद की शपथ ली। यह समारोह दुनियाभर के नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। डोनाल्ड ट्रंप को दूसरी बार राष्ट्रपति बनने पर दुनिया के तमाम नेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं। इस मौके पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “मेरे प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में ऐतिहासिक शपथ ग्रहण पर बधाई! मैं एक बार फिर साथ मिलकर काम करने, दोनों देशों को लाभ पहुँचाने और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य को आकार देने के लिए तत्पर हूँ। आने वाले सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएँ।” ट्रंप के इस दूसरे कार्यकाल को लेकर राजनीतिक विशेषज्ञों और आर्थिक जगत में काफी उम्मीदें हैं। भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की उम्मीद जताई जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में भारत और अमेरिका के संबंधों ने मजबूती का नया आयाम देखा था। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने भाषण में अमेरिका की उन्नति और वैश्विक नेतृत्व को मजबूत करने का वादा किया। उन्होंने कहा, “यह देश और यहां के नागरिक मेरे लिए सर्वोपरि हैं। हम अमेरिका को पहले से अधिक महान बनाएंगे। दुनिया के हर कोने में शांति, सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए हम सभी देशों के साथ मिलकर काम करेंगे।” शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बड़ी संख्या में अमेरिकी जनता ने अपनी भागीदारी दिखाई। समारोह के बाद ट्रंप ने अपने नए प्रशासन के साथ अहम बैठकों का दौर शुरू कर दिया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी दूसरी पारी को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। इस ऐतिहासिक दिन पर भारतीय समुदाय के नेताओं ने भी ट्रंप को बधाई देते हुए भारत-अमेरिका संबंधों में और अधिक मजबूती की उम्मीद जताई। आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच व्यापार, तकनीक, रक्षा और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में बड़े समझौतों की संभावना है। ट्रंप का यह दूसरा कार्यकाल न केवल अमेरिका बल्कि दुनिया भर के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। सभी की निगाहें अब उनके अगले कदम और नीतियों पर टिकी हैं।